Diwali Laxmi Puja Choghadiya Muhurat: दीपावली के दिनों में देवी लक्ष्मी को आकर्षित करने के लिए पूजा-पाठ के साथ ही अन्य परंपराओं का पालन भी किया जाता है. जैसे घर के बाहर रंगोली बनाना, गौमूत्र का छिड़काव करना, पूजा में पीले चावल चढ़ाना आदि.

इस साल दिवाली 31 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी. पुराणों के अनुसार दिवाली की पूजा के लिए प्रदोष काल मुहूर्त सबसे शुभ माना जाता है. हालांकि चौघड़िया देखकर भी लक्ष्मी-गणेश की पूजा कर सकते हैं. दिवाली पर पूजा का चौघड़िया मुहूर्त यहां देखें.

दिवाली 2024 चौघड़िया मुहूर्त (Diwali Laxmi Puja Choghadiya Muhurat)

शुभ (उत्तम) शाम 04.13 - शाम 05.36
अमतृ (सर्वोत्तम) शाम 05.36 - रात 07.14 
चर (सामान्य) रात 07.14 - रात 08.51

दिवाली पूजा सामग्री

दिवाली की रात लक्ष्मी पूजन के लिए एक लकड़ी की चौकी, गंगा जल, पंचामृत, फूल, फल, एक लाल कपड़ा, एक लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, लौ, माचिस, घी,  कपूर, गेहूं, दूर्वा, कुमकुम, हल्दी की गांठ, रोली, सुपारी, पान, लौंग, अगरबत्ती, धूपबत्ती, दीपक, जनेऊ, खील बताशे, चांदी के सिक्के के अलावा भी कुछ ऐसी चीजें ऐसी है जिन्हें शामिल करने से व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की कृपा साल भर बनी रहते हैं.

दिवाली पर क्यों बनाते रंगोली

दिवाली पर घर के बाहर सुंदर रंगोली बनानी चाहिए. रंगोली पवित्रता बढ़ाती है और घर में उत्सव का माहौल बन जाता है मान्यता है कि देवी-देवता रंगोली से जल्दी आकर्षित होते हैं.  साज-सजावट से घर सुंदर दिखाई देता है.

फूलों से सजावट का महत्व

अलग-अलग फूलों की सुंदरता और महक से घर में सकारात्मकता बनी रहती है. मान्यता है कि देवी-देवताओं को फूल बहुत प्रिय होते हैं. यही वजह है कि दिवाली पर फूलों से घर में सजावट की जाती है. मुख्य द्वार पर तोरण लगाते हैं. तोरण में अशोक के पत्ते जरुर लगाएं, मान्यता है ये समस्त शोक हर लेते हैं.

लक्ष्मी पूजन में पान का पत्ता

हिंदू धर्म में सभी मंगल कार्यों में पान के पत्तों का उपयोग बहुत ही शुभ माना जाता है. दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करते समय उन्हें पान के पत्ते अर्पित करने से घर में सुख -समृद्धि आती है. ग्रह दोष दूर होते हैं.

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