Diwali Shubh Yog: दिवाली, धनतेरस से पहले इस दिन बन रहा है शुभ कार्यों को करने का संयोग
Diwali Shubh Yog 2023, Dhanteras: दिवाली 24 अक्टूबर को और धनतेरस 23 अक्टूबर को है. इसके पहले एक अति विशेष संयोग का निर्माण होने वाला है. आइये जानें इस विशेष संयोग का महत्व.
Diwali Shubh Yog 2022, Dhanteras 2022, Pushya Yoga: पंचांग के अनुसार, इस बार दिवाली और धनतेरस के पहले अति विशिष्ट शुभ योग का निर्माण हो रहा है. ऐसे शुभ योग में हर कार्य में सफलता मिलती है. इस बार दिवाली 24 अक्टूबर को और धनतेरस 23 अक्टूबर को है.
इस बार धनतेरस और दीपावली के पहले 18 अक्टूबर मंगलवार को बेहद खास पुष्य नक्षत्र (योग) का निर्माण हो रहा है. यह योग खरीददारी के लिए बेहद शुभ होता है. 18 अक्टूबर 2022 को कार्तिक कृष्ण अष्टमी तिथि पर पुष्य नक्षत्र सुबह 5.14 बजे से लेकर अगले दिन 19 अक्टूबर को सुबह 8.02 बजे तक रहेगा. इसके साथ ही सिद्ध योग 18 अक्टूबर को शाम 4.53 बजे तक रहेगा. इसके बाद साध्य योग लगेगा.
पुष्य नक्षत्र कब बनेगा?
ज्योतिष में पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा गया है. यह नक्षत्र बहुत ही शुभ माना जाता है. इस दौरान किया गया सारा कार्य बहुत ही आसानी से पूर्ण होता है. पुष्य नक्षत्र 18 अक्टूबर, दिन मंगलवार को ब्रह्म मुहूर्त में सुबह से शुरू होगा, जो कि पूरे दिन व पूरी रात रहेगा और अगले दिन 19 अक्टूबर को सुबह 8 बजकर 02 मिनट तक रहेगा.
पुष्य नक्षत्र शुभ मुहूर्त
पुष्य नक्षत्र 18 अक्टूबर को ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 5 बजकर 14 मिनट पर प्रारंभ होगा, जो कि 19 अक्टूबर को सुबह 08 बजकर 02 मिनट.पर समाप्त होगा.
पुष्य नक्षत्र का महत्व
ज्योतिर्विदों के मुताबिक, 18 अक्टूबर को लगने वाले पुष्य नक्षत्र के साथ-साथ दिनभर सिद्ध योग और साध्य योग में की गई खरीददारी बेहद शुभ फलदायी होती है. इस अति विशिष्ट योग में सोना-चांदी, भूमि, भवन, वाहन, बहीखाते और कलम-दवात सहित सभी प्रकार की चल-अचल संपत्ति की खरीदारी शुभ फलदायी होती है. इस दौरान इन चीजों की खरीददारी करने से कामकाज में शुभता बढ़ती है. इसी दिन यानी 18 अक्टूबर को ही तुला संक्रांति भी रहेगी क्योंकि इस दिन सूर्य कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश करेंगे.
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