Vastu Tips: वास्तु शास्त्र का मानव जीवन में बहुत अधिक महत्व है. जब भी कोई मनुष्य अपना मकान और दुकान जो कुछ भी बनाना चाहता है. वह वास्तु के अनुसार ही उसे बनवाने का प्रयास करता है. व्यापार में लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक है कि मकान, दुकान या फैक्ट्री को वास्तु के अनुसार ही स्थापित कराया जाए. अत्यधिक मेहनत करने के उपरांत भी अगर व्यापार में वृद्धि नहीं हो रही है तो इसका एक कारण वास्तु दोष भी हो सकता है. वास्तु दोष को दूर करके भी व्यापार में उन्नति की जा सकती है. इसके लिए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है.
कैश काउंटर का स्थान
मान्यता है कि दुकान, प्रतिष्ठान या फैक्ट्री में कैश काउंटर को उत्तर दिशा में रखने पर लक्ष्मी का वास होता है. उत्तर दिशा को कुबेर की दिशा भी कहा जाता है. इसलिए धन संपदा में वृद्धि होती है और दरिद्रता दूर होती है.
अनावश्यक वस्तुओं से परहेज
अपने कार्यस्थल में दुकान पर या फैक्ट्री में किसी भी अनावश्यक कूड़े कबाड़ को जमा ना होने दें. इससे नकारात्मक ऊर्जा संचालित होती है और व्यापार से आप का मन खिन्न हो सकता है.
मालिक के बैठने का स्थान
व्यापार में उन्नति के लिए आवश्यक है प्रतिष्ठान का मालिक दक्षिण पश्चिमी कोने पर बैठे और उसका मुंह उत्तर दिशा की ओर रहे उसके पीछे ठोस दीवार हो. उस दीवार में कोई खिड़की या झरोखा नहीं होना चाहिए. इससे भी धन आगम की संभावना बढ़ जाती है और व्यापार में सफलता प्राप्त होती है.
पूजा स्थल का महत्व
कार्यस्थल पर पूजा घर ईशान कोण पर बनाना चाहिए और पूजा पाठ करना चाहिए. ईशान कोण पर जूता चप्पल उतार कर नहीं रखना चाहिए. इससे बरकत चली जाती है और व्यापार में वृद्धि नहीं होती. ईशान कोण साफ-सुथरा रहने पर ग्राहक आकर्षित होता है और लक्ष्मी की कृपा भी बरसती है.
वास्तु शास्त्र के इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर व्यापार में उन्नति की जा सकती है, इससे धन वर्षा होती है, मन प्रसन्न होता है और दरिद्रता दूर होती है.
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