Eid-al-Fitr 2024 Highlights: भारत में नजर आया ईद का चांद, कल मनेगी ईद-उल-फितर
Eid-al-Fitr 2024 Highlights: शव्वाल (इस्लामिक 10वां महीना) का अर्धचंद्र देखने के बाद ईद का त्योहार मनाया जाता है. ईद का चांद रमजान के 29वे या 30वें रोजे में नजर आता है. आज चांद नजर आया अब कल ईद-मनेगी.
भारत में आज ईद के चांद का दीदार किया गया है. इसके बाद लोगों ने गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चांद दिखाई देने के बाद देशवासियों को ईद-उल-फितर की बधाई दी.
भारत के कई राज्यों में शव्वाल का चांद देखा गया. जामा मस्जिद कमेटी ने कुछ देर पहले चांद नजर आने का ऐलान किया. अब कल मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की जाएगी और ईद मनाया जाएगा.
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ईद को ईद उल फित्र कहते हैं और बकरीद को ईद उल अजहा के नाम से जाना जाता है. ये दोनों त्योहार अलग-अलग हैं. ईद रमजान के बाद होती है, जिसे 'मीठी ईद' कहते हैं. वहीं बकरीद कुर्बानी से जुड़ा पर्व है.
ईद का त्योहार सबसे पहली बार 02 हिजरी यानी 624 ईस्वी में मनाई गया था. कहा जाता है कि ईद का त्योहार मनाए जाने की शुरुआत मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना में हुई थी.
भारत में 11 अप्रैल को ईद मनाया तय है. क्योंकि आज रमजान के 30 दिन पूरे हो चुके हैं. रमजान के खत्म होने के बाद शव्वाल (इस्लामिक कैलेंडर का दसवां महीना) शुरू होता है और शव्वाल की पहली तारीख को ईद मनाई जाती है.
भारत के केरल, तमिनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में आज ईद है. ऐसा इसलिए क्योंकि ईद कब होगी, यह चांद की स्थिति पर निर्भर करता है. ऐसे में भौगोलिक रूप से ऐसा संभव है कि देश के एक हिस्से में चांद अन्य या दूसरे हिस्सों से पहले निकल आए. भारत के कुछ राज्यों में चंद्रमा अपना चंक्र एक रात पहले पूरा कर लेता है. इसलिए यहां एक दिन पहले ईद मनाई जाती है.
जम्मू कश्मीर और लद्दाख समेत केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में आज यानी बुधवार को ही ईद का त्योहार मनाया गया और ईद की नमाज अदा की गई. वहीं भारत के अन्य राज्यों में ईद 11 अप्रैल को मनाई जाएगी.
चांद रात शब्द का इस्तेमाल भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश जैसे दक्षिण एशियाई देशों में किया जाता है. ईद से पहली की शाम अर्धचंद्र देखने की परंपरा है, जिसे चांद रात कहा जाता है.
आज रमजान का 29वां रोजा है. इफ्तार के बाद शाम में अगर चांद दिखाई देता है तो कल ईद मनेगी. अगर चांद का दीदार नहीं होता है तो 30 रोजा पूरा करने के बाद 11 अप्रैल को भारत में ईद मनाई जाएगी.
ऑस्ट्रेलिया में आधिकारिक रूप से ईद की तारीख का ऐलान कर दिया गया है. यहां बुधवार 10 अप्रैल को ईद-उल-फित्र मनाया जाएगा.
- ईद की नमाज में जरूर शामिल हों.
- जकात अल-फित्र निकालें.
- नए और उचित पोशाक पहनें.
- मुबारकबाद का आदान-प्रदान करें.
- मीठी सेवईंया और स्वादिष्ट भोजन के साथ जश्न मनाएं.
- दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने जाएं और उन्हें बुलाएं.
- मुस्लिम धर्म में नशे को हराम बताया गया है. लेकिन फिर भी कुछ लोग इसका सेवन करते हैं. लेकिन खासकर ईद के दिन नशे की चीजों से दूर रहें.
- ईद के दिन किसी व्यक्ति को अपमान नहीं करना चाहिए और ना ही किसी का मजाक उड़ाना चाहिए.
- ईद के मुबारक मौके पर किसी से लड़ाई-झगड़ा या अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
- ईद के दिन सभी को नए कपड़े पहनने चाहिए. लेकिन इस दिन अनुचित कपड़े न पहनें.
- ईद के दिन जकात-उल-फितर देना न भूलें. ईद की नमाज से पहले जकात-उल-फितर दिया जाता है.
जकात अल-फ़ितर को फ़ितराना या सदाक़त अल-फ़ितर भी ज जाता है. यह ईद के दिन मुस्लिम समुदाय द्वारा दिजा जाता है, जोकि एक तरह का धर्मार्थ दान है. लोग इसे ईद की नमाज से पहले देते हैं. हालांकि यह अनिवार्य नहीं है. लेकिन जो सक्षम और समर्थ हैं या फिर जिन्हें इच्छा है वो जकात जरूर दें.
ईद-उल-फ़ितर रमजान के आखिरी दिन नया चांद देखने के बाद शुरू होता है. इस्लाम में इस्लामी रूयत-ए-हिलाल यानी नया चांद देखने की पारंपरिक परंपरा है, जो सालों से चली आ रही है. नए चांद दिखने की पुष्टि धार्मिक अधिकारियों द्वारा की जाती है और इसके बाद मुस्लिम समुदाय को ईद के आगमन की घोषणा करते हैं.
ईद के दिन सुबह नहाकर नए कपड़े पहनकर नमाज पढ़ी जाती है. फिर लोग एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं. इस दिन सभी रिश्तेदारों और दोस्तों का घर पर आना-जाना होता है. घरों में तरह-तरह के व्यंजन और मीठी सेवइयां बनाई जाती है. बड़े अपने से छोटे को ईदी के रूप में पैसे या गिफ्ट्स देते हैं.
ईद मनाने से पहले मुसलमानों के लिए चांद देखना बहुत जरूरी होता है. क्योंकि शरीयत में अपनी आंखों से देखने और गवाही से ही सुबूत का एतबार है. इसलिए शब-ए-बारात, शब-ए-कद्र, ईद और ईद-उल-अजहा जैसे पर्व से पहले लोग चांद देखते हैं. चांद रात में चांद देखने के बाद लोग अल्लाह से दुआ भी मांगते हैं.
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चीफ मौलाना खालिद रशीद फिरंगी ने कहा, ''चांद आज दिखता है तो ईद 10 अप्रैल को होगी. ऐसा नहीं होता है तो ईद 11 अप्रैल को मनाई जाएगी. चांद दिखने के आधार पर ईद-उल-फ़ित्र बुधवार या गुरुवार को मनाई जाएगी.''
अगर आज शाम शव्वाल का चांद नजर आ जाता है तो भारत में भी 10 अप्रैल को ईद मनाई जा सकती है. लेकिन चांद नजर न आने पर यहां 11 अप्रैल को ईद होगी. लेकिन कई देशों में ईद की तारीख 10 अप्रैल तय की जा चुकी है. सऊदी अरब बल्कि संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, कतर, कुवैत, बहरीन, मिस्र, तुर्की, ईरान, यूनाइटेड किंगडम और मध्य पूर्व और पश्चिम के अन्य देशों में 10 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी.
सऊदी अरब में 8 अप्रैल को शव्वाल का चांद नजर नहीं आया. इसलिए यहां 30 दिनों का रोजा पूरा करने के बाद 10 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी.
बैकग्राउंड
Eid-al-Fitr 2024 India Highlights: ईद को लेकर भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. इस्लामिक कैलेंडर के नौंवे महीने रमजान में 29 या 30 दिन का रोजा रखने के बाद ईद का त्योहार मनाया जाता है. मंगलवार, 9 अप्रैल को भारत में रोजेदार रमजान का 29वां रोजा रखेंगे. ऐसे में भारत में 10 या 11 अप्रैल को ईद मनाए जाने की उम्मीद है.
हालांकि ईद कब मनेगी इसकी तारीख शव्वाल (इस्लामिक कैलेंडर का 10वां महीना) का अर्धचंद्र देखने के बाद ही तय होती है. ऐसे में सभी को ईद के चांद का बेसब्री से इंतजार है. ईद मुसलमानों का खास पर्व है. इसे लेकर लोगों में खासा उत्साह रहता है. इसे मीठी ईद, ईद-उल-फितर, ईद-अल-फितर और रमजान ईद भी कहा जाता है. रमजान में महीने में मुसलमान रोजा रखते हैं और इसके बाद ईद मनाई जाती है. ऐसे में ईद का पर्व रमजान के अंत का भी प्रतीक है.
भारत में कब मनेगी ईद
दुनियाभर में ईद की तारीख में अंतर होता है. क्योंकि जिस देश में चांद पहले नजर आता है, वहां ईद पहले मनाई जाती है. आमतौर पर सऊदी में चांद नजर आने के अगले दिन ही भारत में ईद होती है. भारत में आज रोजेदार शाम में 29वें रोजे का इफ्तार करने के बाद आसमान में चांद का दीदार करेंगे. अगर आज शव्वाल का चांद नजर आता है तो भारत में 10 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी और अगर अर्धचंद्र दिखाई नहीं देता, तो मुल्क में 11 अप्रैल को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी.
सऊदी में तय हुई ईद की तारीख
सोमवार 8 अप्रैल को सऊदी में ईद का अर्धचंद्र नजर नहीं आया. ऐसे में सऊदी में 10 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी. सऊदी के साथ ही 10 अप्रैल को संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, कतर, कुवैत, बहरीन, मिस्र, तुर्की, ईरान, यूनाइटेड किंगडम और मध्य पूर्व और पश्चिम के अन्य देशों में भी ईद मनाई जाएगी
ईद से पहले चांद देखना क्यों जरूरी
दरअसल इस्लामिक कैलेंडर चंद्रमा पर आधारित होता है और इस्लाम से जुड़े सभी पर्व-त्योहार चंद्रमा की चाल पर निर्भर करते हैं. इस्लामी रूयत-ए-हिलाल (नया चांद देखना) के अनुसार अर्धचंद्र को देखना एक धार्मिक प्रकिया है. इस्लामिक कैलेंडर में नया चांद दिखने के बाद नए महीने की शुरुआत होती है. इसी तरह रमजान के आखिरी दिन भी नए चांद को देखने के बाद शव्वाल का महीना शुरू होता है और ईद मनाई जाती है. इस्लाम के 5 महीने शावान, रमजान, शव्वाल, जीकादाह और जिलहिज्जा में नए चांद को देखना वाजिबे किफाया यानी महत्वपूर्ण है. आइये जानते हैं ईद के चांद के जुड़ी अपडेट्स (Eid-al-Fitr 2024 Live Updates)-
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