भीड़ से अलग कुछ करना हैं तो अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ बनने का निर्णय लीजिये. हमारी अर्थव्यवस्था में आमदनी तीन तरह से तय होती है. पहला, आप क्या करते हैं. दूसरा, आप उसे कितनी अच्छी तरह करते हैं, और तीसरा, किसी दूसरे से आप कितने अलग ढंग से करते हैं.

सफल लोगों का एक गुण होता है कि अपने कैरियर में एक निश्चित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समर्पित होते हैं. उन्होंने अपने कार्य क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनने का फैसला लिया होता है. उन्होंने कोई भी कीमत चुकाने, कोई भी त्याग करने और कितना भी समय लग जाये पीछे नहीं हटने का का फैसला कर लिया, ताकि वे अपने चुने हुए क्षेत्र में बहुत अच्छे बन जाएँ. इस निर्णय का परिणाम यह होता है कि वे औसत लोगों की भीड़ से ऊपर उठ जाते हैं और आमदनी की उस ऊँची श्रेणी में पहुंच कर वे अपने असमर्पित साथियों से तीन, चार, पाँच या दस गुना ज्यादा कमाने लगते हैं.


नियम अस्सी बीस का
जो लोग किसी भी क्षेत्र में कैरियर प्रारंभ करते हैं उनहें अस्सी बीस के नियम से गुजरना पड़ता है. याने उस क्षेत्र में बीस प्रतिशत लोग अस्सी प्रतिशत की कमाई करते हैं जबकि अस्सी प्रतिशत लोगों के हिस्से में बीस प्रतिशत की कमाई आती है. व्यापार के इस नियम में बीस प्रतिशत में आने के लिए आपको कठिन मेहनत,इमानदारी और अपने करियर के फील्ड में विशेषज्ञता हासिल होती है. वे अपने ग्राहकों के प्रति इमानदार होते हैं. उनकी हर छोटी बड़ी जरूरतों के अनुसार अपने कार्यकौशल को लगातार बदलते रहते हैं. इसके अलवा उनकी पालिसी ईमानदारी की होती है क्योंकि व्यापार में एक बार ग्राहक को ठगा जा सकता है बार-बार नहीं. बीस प्रतिशत लोग ही अपने टैलेंट में विशेषज्ञ बन पाते हैं और भीड़ से अलग अपनी पहचान बना पाते हैं.