भौहें फड़के तो पूरी होती है मनोकामनाएं, अंग का फड़कना ईश्वर का संकेत,जानिए अंग फड़कने का फल
प्रकृति किस रूप से आपको होने वाली घटना की इंडीकेशन देती है.नेचर अचानक कोई कार्य नहीं करती है,वह हमेशा पूर्व सूचना या चेतावनी जरूर देती है.संवेदनशील लोग, इसको तत्काल भाँप जाते हैं और अलर्ट हो जाते हैं.
Twitching of Eyebrows: पहले समय में लोग नेचर के बहुत निकट थे. लोग मूल से जुड़े हुए थे, लेकिन आज के इस युग में व्यक्ति नेचर से दूर हो गया है. जिसकी वजह से उसको नेचर के संकेत समझ ही आते हैं. प्रकृति की इन सब सूचनाओं के लिए पूरा एक शास्त्र है शकुन शास्त्र है. इस विषय पर घाघ भड्डरी ने मौसम से संबंधित कई सूत्र दिये हैं. जिसमें अंग का फड़कना अच्छे और बुरे दोनों ही घटनाओं की पूर्व सूचना एवं चेतावनी है. इस बात का ध्यान रखना है कि कोई भी अंग फड़कना नेचुरल होना चाहिए. यानी लगातार कई दिन तक फड़कते रहना कोई संकेत नहीं बल्कि यह कोई अन्य समस्या हो सकती है, इसको शकुन से न जोड़ें.
पुरुषों के लिए दाहिना अंग का फड़के तो शुभ है और स्त्रियों के लिए बायें अंग फड़के तो शुभ है. अगर संपूर्ण मस्तक फड़क रहा है तो समझ लीजिए कि दूर स्थान की यात्रा का यह संकेत है. वैसे इस यात्रा में कुछ परेशानियां भी आती है. साथ ही राज्य से सम्मान और नौकरी में प्रमोशन भी मिलता है. यदि ललाट, मध्य से फड़कने लगे तो लाभदायक यात्राएं होती हैं. प्रेम की प्राप्ति होती है. दोनों भौहें फड़के तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. दाहिनी आंख फड़के तो व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर करते हुए धन अर्जित करता है. बाँयीं आंख का फड़कना स्त्री से दुख या वियोग का लक्षण है. यह भी संकेत करता है कि आपके शत्रु सक्रिय हैं. नौकरी में आपके बॉस के पास आपका फीडबैक खराब दिया जा रहा है. किसी व्यक्ति की नाक फड़कती है, तो उसके व्यवसाय में बढ़ोत्तरी होती है. प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है. नए अवसर प्राप्त होने का भी संकेत है. किसी व्यक्ति के नाक के नथुने फड़के तो उसे जीवन में सुख मिलता है.
नाक के नीचे और होठ के ऊपर यदि फड़के तो लड़ाई झगड़ा होने की संभावना रहती है. यदि दाहिना कान फड़के तो मित्र से मुलाकात होती है. प्रमोशन हो सकता है, विजय प्राप्त होती है. यही फल महिलाओं में बाएं कान फड़कने से मिलता है. कान का बजना यानि कान में आवाज आ रही है, तो बुरी खबर सुनने को मिलती है. किसी स्वस्थ व्यक्ति का दाहिना गाल फड़के तो उसे लाभ होता है. स्त्री से लाभ मिलता है. अब वह पत्नी के रूप में हो.. या बहन मां या मित्र के रूप कोई भी हो सकती. यदि स्त्री गर्भवति हो और उसके बायें गाल के मध्य में फड़फड़ाहट हो तो उसके घर लक्ष्मी आती हैं. किसी व्यक्ति के दोनों आगे के गाल समान रूप से फड़के तो उसे अतुल्य धन की प्राप्ति होती है. किसी व्यक्ति का ऊपरी होंठ फड़के तो किसी से विवाद होता है. सावधानी रखनी चाहिए.
दोनों होंठ फड़फड़ाए तो कहीं से सुखद समाचार मिलता है. यदि पूरा मुंह फड़के तो व्यक्ति की मनोकामनापूर्ण होती है. और रुचिकर भोजन मिलता है. किसी व्यक्ति की ठोड़ी में फडफ़ड़ाहट का अनुभव हो तो मित्र के आगमन की सूचना देता है. यदि जीभ फड़के तो लड़ाई झगड़ा होता है, विजय मिलती है. जब किसी व्यक्ति का दाहिना कंधा फड़फड़ाहट करता है तो उसे धन संपदा मिलती है. भाई से मिलन होता है. बायां कंधा फड़फड़ाता है तो व्यक्ति बीमार पड़ता है. कई प्रकार की चिंता सताती है. बाजू फड़के तो धन और यश की प्राप्ति होती है तथा बांयीं बाहं फड़के तो नष्ट अथवा खोई हुई वस्तु की प्राप्ति हो जाती है. किसी व्यक्ति के दाहिने हाथ की कोहनी फड़फड़ाती है, तो किसी से झगड़ा होता है परतुं विजय भी मिलती है. और बायें हाथ की कोहिनी फड़फड़ाएं तो धन की प्राप्ति होती है. किसी व्यक्ति के हाथ की हथेली में फड़फड़ाहट या खुजली हो तो ये शुभ शकुन है. उसे आने वाले समय में शुभ संपदा की प्राप्ति होती है. बायें हाथ की हथेली में फड़फड़ाहट हो और वह व्यक्ति रोगी हो तो उसे शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ हो जाता है. जहां कमर की दाहिनी ओर की फड़फड़ाहट किसी विपदा का संकेत देती है, वहीं बांयीं ओर की फड़फड़ाहट किसी शुभ समाचार का संकेत देती है.
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