Chanakya Niti : किसी भी क्षेत्र में सफलता व्यक्ति की योग्यता, विश्वास और निडरता के भाव से तय होती है. ऐसे में जरूरी है कि करियर, कारोबार या कोई और क्षेत्र हो, हर जगह काम के प्रति आपका विश्वास सफलता की डोर को पुख्ता करता है. 


आचार्य चाणक्य कहते हैं कि विरोधी ही नहीं सहकर्मी भी समस्याओं का विकराल रूप दिखाकर भयाक्रांत कर सकते हैं, लेकिन जाने-अनजाने सामने आए इन कारकों को समूल नाश करना आवश्यक है. इसके लिए अपने गुरु, वरिष्ठ जन, एक शुभचिंतक मित्र का चयन करना होगा, जिसके जरिए आपकी सफलता का प्रतिशत तय होगा. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति के शत्रु दो प्रकार के होते हैं, पहले प्रत्यक्ष और दूसरा अप्रत्यक्ष. इनका पहचान और इनसे निपटने का ज्ञान सिर्फ आप अपनी योग्यता से ही सर्वश्रेष्ठ अंदाज में पा सकते हैं. 


सफलता के लिए 
- करियर या कारोबार में लक्ष्य साधकर ही आगे बढ़े, बिना तय लक्ष्य कोई कुछ नहीं कर सकता. 
- विषय की जानकारी और वरिष्ठजनों से सलाह लेना भी करियर को बेहतरी की ओर ले जाएगा.
- भ्रम फैलाने वाले शत्रुओं या कारकों की समय रहते पहचान कर निवारण में सख्ती दिखाएं.
- क्षेत्र कोई भी हो, योग्यता का विस्तार करते रहें, ध्यान रखे नई विधा से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं.


आदर सम्मान में कमी न आने दें 
चाणक्य की मानें तो हर व्यक्ति का आदर सम्मान होता है ऐसे में किसी को भी अपमानित करने जैसे कृत्यों से बचें, खुद को अहंकार से मुक्त रखने का प्रयास करें. धन, ज्ञान या पहुंच का दिखावा न करें.


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