ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगलवार को हनुमानजी के दर्शन और पूजन से पुरुषों को लाभ होता है. शनिदेव सहज प्रसन्न होते हैं. महिलाओं को बुधवार को गणेश पूजन से शनिदेव का आशीष प्राप्त होता है. घर में कलह विवाद हटते हैं. सुख सौख्य सद्भाव का प्रभाव बढ़ता है.


सूर्यपुत्र शनिदेव की पूजा शनिवार को की जाती है. तिल, तेल, तिलहन आदि का दान किया जाता है. भगवान शिवशंकर के अंशावतार हनुमानजी के दिन मंगलवार को भी हनुमान दर्शन से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. मंगलवार को हनुमान दर्शन से पुरुषों के लिए शनि ग्रह का प्रकोप शांत होता है. विशेषतः साढे़साती और ढैया में बजरंगबली का दर्शन शनिदेव को शांत रखता है.


शास्त्रों के अनुसार महिलाओं के लिए हनुमानजी की पूजा के स्थान पर गणेशजी की पूजा का विधान है. बुधवार को गणेश दर्शन माताओं के लिए विद्या, बुद्धि, विवेक को बढ़ाने वाला है. गणेशजी की कृपा से घर में शांति बढ़ती है. शनिदेव की कोप दृष्टि में महिलाओं में नासमझी, कलह, बैर और ईर्ष्या बढ़ती है. इस पर नियंत्रण विवेक से पाया जा सकता है. 


अंशावतार हनुमान जी की तरह गणेश जी शिवपुत्र हैं. शनिदेव की प्रसन्नता के लिए शिवकृपा अत्यावश्यक है. पुरुष भी गणेशजी की कृपा से शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं. माताओं को गणेश पूजा शनिदेव की साढ़े साती, ढैया और दशाओं में अवश्य करना चाहिए. गणेश जी की पूजा में हरी दूब और पान के पत्तों की माला भेंट करें. बुधवार को गणेश की पूजा से बुधदेव भी प्रसन्न होते हैं. शनिदेव बुधदेव के मित्र ग्रह माने जाते हैंं.