नवरात्रों के साथ ही शुरु हो चुका है त्यौहारों का सीज़न. अब एक के बाद एक त्यौहार लाइन में है. दशहरे के बाद अब करवा चौथ व अहोई अष्टमी का त्यौहार आएगा और उसके बाद शुरु हो जाएगी दीपोत्सव की रौनक. यानि दीपों का त्यौहार जो पांच दिनों तक चलता है. लेकिन हर बार इन त्यौहारों की तारीखों को लेकर असमंजस की स्थिति आखिर तक बनी रहती है. इस बार भी दशहरे को लेकर लोग कन्फ्यूज़ थे तो वहीं दीवाली, धनतेरस व भैया दूज को लेकर वहीं स्थिति ना बनें इसके लिए हम पहले ही आपको बता रहे हैं कि कौन सा त्यौहार किस दिन है.
दशहरा और दुर्गा पूजा बीत चुके हैं और अब बारी है करवा चौथ की.
करवा चौथ
ये त्यौहार हर साल कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को होता है जो इस बार 4 नवंबर को पड़ रही है. यानि इस बार करवा चौथ 4 नवंबर को मनाया जाएगा. इस दिन सुहागिन स्त्रिया पति की लंबी उम्र के लिए निर्जल उपवास रखती हैं और रात को चंद्र दर्शन के बाद ही व्रत खोलती हैं.
अहोई अष्टमी
ये व्रत संतान के दीर्घायु की कामना के लिए किया जाता है. अहोई मात के निमित्त इस दिन व्रत का विधान होता है. महिलाएं अपने बच्चों की सलामती के लिए इस दिन व्रत करती हैं. और अहोई माता से बच्चों की सफलता , उनके स्वास्थ्य की कामना करती हैं. ये व्रत इस बार 8 नवंबर को होगा.
धनतेरस
इस बार धनतेरस का पर्व 13 नवंबर को है. कार्तिक मास की त्रयोदशी पर भगवान धनवंतरि की पूजा खासतौर से की जाती है. साथ ही इस दिन नए बर्तन व सोने चांदी की कोई चीज़ खरीदने की परंपरा होती है.
दीवाली
धनतेरस के अगले दिन यानि 14 नवंबर को मनाया जाएगा दीपों का त्यौहार. इस दिन भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. और मां से आर्थिक उन्नति के साथ साथ जीवन में सुख का आशीर्वाद भी मांगा जाता है.
गोवर्धन पूजा
दीवाली से अगले ही दिन 15 नवंबर को गोवर्धन पूजा होगी. इस दिन गाय के गोबर की पूजा का विधान है. इस दिन को इंद्र देव पर भगवान कृष्ण की विजय के रूप में मनाया जाता है. और अन्नकूट बनाकर उसकी पूजा की जाती है.
भैया दूज
इस बार भैया दूज का पावन पर्व 16 नवंबर को होगा. जो भाई बहन के अटूट प्रेम का त्यौहार है. इस दिन भाई बहनों के घर आते हैं और उनके हाथ का बना हुआ खाना खाते हैं. तो वहीं बहन भी भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं.