Diwali 2019: जानें- कब मनाए जाएंगे धनतेरस, छोटी- दीवाली, बड़ी दीवाली, गोवर्धन पूजा और भाईदूज
अक्टूबर में हिंदू धर्म से जुड़े कई प्रमुख पर्व और त्योहार पड़ते हैं. दुर्गा पूजा से लेकर छठ पूजा तक सब इसी महीने पड़ेंगे. तो आइए आपको बताते हैं त्याहारों की तारीखों के बारे में...
नई दिल्ली: अक्टूबर को त्योहारों का महीना माना जाता है, इस महीने दशहरा, दिवाली, करवा चौथ जैसे कई प्रमुख त्योहार पड़ते हैं. महीने की शुरूआत से ही त्योहारों का सिलसिला शुरू होता है जो अंत तक चलता रहता है. इसी महीने गोवर्धन पूजा, भाई दूज भी मनाया जाता है. तो आइए जानते हैं हिन्दू कैलेंडर के अनुसार कौन-कौन से त्योहार इस महीने पड़ रहे हैं...
17 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत बीत चुका है. करवा चौथ हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है. यह भारत के पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान का पर्व है. यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. यह पर्व सौभाग्यवती (सुहागिन) स्त्रियां मनाती हैं.
धनतेरस
- 25 अक्टूबर को धनतेरस है. हिन्दू परंपरा में इस दिन का भी खास महत्व होता है. इस दिन धन की देवी लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और यमराज का पूजन किया जाता है. अपनी आर्थिक हालत को मजबूत करने के लिए धनतेरस का दिन बहुत अहम होता है. इस दिन लोग खरीददारी भी करते हैं.
धनतेरस का मतलब दो तरीकों से लिया जाता है झाडू खरीदने का विधान- पहला, इस दिन दीपावली की शुरूआत होती है तो इस दिन घर की साफ-सफाई करना जरूरी होता है. क्या आप जानते हैं धनतेरस पर झाडू खासतौर पर खरीदी जाती है. धनतेरस के दिन झाडू खरीदने का विधान घर की साफ-सफाई से लिया जाता है.
धनतेरस से श्री विष्णु जी, भगवान राम और मां लक्ष्मी के पांव आपके द्वार पर पड़ने शुरू हो जाते हैं. ऐसे में घर साफ-सुथरा होना चाहिए. इसलिए धनतेरस का दिन साफ-सफाई का दिन माना गया है.
यमदिवस- दूसरा, धनतेरस को स्वास्थ्य लाभ का त्योहार भी माना जाता है. आज के दिन यमराज की पूजा भी होती है. आज के दिन को यमदिवस भी कहा जाता है. बेशक, आज हर त्योहार में बाजार बहुत हावी है लेकिन आपको त्योहार की दिव्यता और आवश्यकता को नहीं भूलना चाहिए. आज के दौर के हर त्योहार के पीछे के तत्व को जरूर समझें.
आज के दिन यमराज से बचने के लिए पूजा की जाती है. स्वास्थ्य वृद्धि के लिए आज पूजा की जाती है. लेकिन ये भी ध्यान रखें कि यमराज यानि असुरों की पूजा विशेष समय पर की जाती है.
26 अक्टूबर- छोटी दीपावली- 27 अक्टूबर बड़ी दीपावली
26 अक्टूबर को छोटी दीपावली मनाई जाएगी. छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. अगले दिन 27 अक्टूबर को एक और पावन त्योहार दीपावली है. इस दिन मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है. यह दिन एक तरह से प्रकाश उत्सव है, जो सत्य की जीत व आध्यात्मिक अज्ञान को दूर करने का प्रतीक है. शब्द 'दीपावली' का शाब्दिक अर्थ है दीपों (मिट्टी के दीप) की पंक्तियां.
28 अक्टूबर- गोवर्धन पूजा
-दीपावली के अगले दिन यानी 28 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा है. इस दिन गाय की पूजा की जाती है.
29 अक्टूबर- भैया दूज
इसके अगले दिन एक और खास त्योहार है. यह त्योहार भाई-बहनों के लिए खास है. 29 अक्टूबर को भैया दूज है. भाई दूज का पर्व भाई-बहन के रिश्ते पर आधारित पर्व है, जिसे बड़ी श्रद्धा और परस्पर के साथ हिन्दूओं में मनाया जाता है.
31 अक्टूबर - छठ पूजा
31 अक्टूबर छठ शुरू होगा. यह नहाय खाय के साथ शुरू होगा. छठ बिहार और यूपी में सबसे ज्यादा मनाए जाने वाला त्योहार है. मान्यता है कि छठ देवी भास्कर की बहन हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए इन्हें साक्षी मान कर भगवान सूर्य के सामने आराधना करते हैं. इस दौरान साक्ष्य के तौर पर वरुण देव (जल) भी होते हैं.
षष्ठी मां यानी कि छठ माता बच्चों की रक्षा करने वाली देवी मानी जाती हैं. मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान को लंबी आयु का वरदान मिलता है इसलिए महिला और पुरुष इस व्रत को करते हैं.
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