पहला मुस्लिम आक्रमणकारी कौन था, जिसने हिंदू क्षेत्रों पर सफलतापूर्वक कब्ज़ा किया
First Muslim Attack on India: भारत पर कई मुगलों ने आक्रमण कर कब्जा जामने के प्रयास किए, लेकिन क्या आप जानते हैं हिंदू क्षेत्रों पर हमला करने वाला सबसे पहला मुसलमान कौन था.
First Muslim Attack on India: भारत पर कई मुगल शासकों ने राज किया लेकिन हिंदूस्तान पर सबसे पहले किस मुसलमान ने आक्रमण किया ये कम ही लोग जानते हैं. आखिर भारत पर किस खलीफा ने हमला किया, उस वक्त किस राजा का शासन था. आइए जानते हैं.
भारत पर किस मुसलमान ने सबसे पहले हमला किया ?
सबसे पहले भारत पर 8वीं शताब्दी में खलीफा के एक कमांडर मोहम्मद बिन कासिम ने हमला किया था, उस वक्त सिंध पर राजा दाहिर का राज था. सिंध के राजा दाहिर के साथ हुए उसके युद्ध को भारतीय उपमहाद्वीप में इस्लाम के सबसे शुरुआती आक्रमणों में से एक माना जाता है
भारत में भले ही उसकी ज्यादा चर्चा न होती हो, मगर पाकिस्तान का Jamaat-i-Islami संगठन कासिम को ‘पहला पाकिस्तानी’ मानता है.
कहते हैं कि खलीफाओं के ईरान और फिर अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद वहां की हिंदू, पारसी और बौद्ध लोगों को इस्लाम कबूल करने पर मजबूर किया, उसके बाद भारत के बलूच, सिंध की ओर रख किया.
सिंध पर क्यों हुआ हमला ?
सिंध पर हमले का आदेश एक लूट की घटना के बाद दिया गया था. सीलोन (आज के श्रीलंका) के राजा ने अरब के खलीफा अल वलहीद प्रथम को 8 जहाज भरकर तोहफा और खजाना भेजा था. लेकिन इससे पहले वो समान अरब पहुंचता, उसे सिंध के पास बंदरगाह पर लूट लिया गया.
इराक के प्रांतपति अल हज्जाज ने इसके लिए सिंध को जिम्मेदार ठहराया, हालांकि सिंध के राजा दाहिर ने इसे समुद्री डाकुओं पर उनका कोई नियंत्रण नहीं होने की अपनी मजबूरी बताई, लेकिन इस घटना का बदला लेने के लिए हज्जाज ने सिंध पर हमले की घोषणा कर दी.
दुनिया की तमाम ताकतों को भारत पर आक्रमण के लिए भेजा लेकिन हर वक्त हार मिली. खलीफा सदमे में था. दो बार हार झेलने के बाद तीसरी बार सिंध पर हमला करने के लिए हज्जाज ने अपने भतीजे और दामाद इमादुद्दीन मुहम्मद बिन कासिम को विशाल सेना का बतौर प्रमुख बनाकर भेजा.
राजा दाहिर और मोहम्म कासिम के बीच हुआ रावर का युद्ध
मुहम्मद कासिम ने सिंध पर हमले के लिए जाल बिछाया जिसमें एक विश्वासघाती ने शहर के रहस्यों की सारी जानकारी दुश्मन को दे दी. फिर तो अगले तीन अरब सेना ने नरसंहार किया. लोगों को इस्लाम स्वीकार करने या मौत में से किसी एक को चुनने का विकल्प दिया गया. कई हजारों हिंदु बेरहमी से मार दिए गए.
आखिर में दाहिर और कासिम के बीच लड़ाई लड़ी गई, जिसे रावर का युद्ध कहा जाता है. 712 ई.वी में युद्ध लड़ना शुरू कर दिया. यह एक गंभीर और भीषण युद्ध था. राजा युद्ध में घायल हो चुके थे. लेकिन वो अपनी आखिरी सांस तक लड़ते रहे. कासिम लड़ाई जीत गया लेकिन सिंध पर पैर पसारने से पहले ही खलीफा के आदेश पर कासिम की मौत का फरमान निकाल दिया गया.
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