वैशाख माह की शुरुआत हो चुकी हैं. धार्मिक ग्रंथों में मान्यता है कि वैशाख माह में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का पूजन विशेष फलदायी होता है. मां लक्ष्मी की पूजन के लिए शुक्रवार का दिन समर्पित है. इस दिन सच्चे मन और पूरी श्रद्धा के साथ मां लक्ष्मी का पूजन करने से व्यक्ति को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. साथ ही, भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है. इस दिन मां का व्रत करने का भी विधान है. 


मान्यता है कि वैशाख माह में मां लक्ष्मी को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है. बता दें कि मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से ही जीवन में सुख-शांति और धन संपदा का आगमन होता है. माना जाता है कि इस माह में कमल गट्टे की माला से नियमित रूप से मां लक्ष्मी के 108 नामों का जाप करने से मां की कृपा प्राप्त होती है. जो व्यक्ति नियमित रूप से जाप नहीं कर सकता, वे शुक्रवार के दिन अवश्य इन नामों का जाप करें. आइए जानें. 


लक्ष्मी जी के 108 नाम (Maa Lakshmi 108 Naam)


1. प्रकृती


2. विकृती


3. विद्या


4. सर्वभूतहितप्रदा


5. श्रद्धा


6. विभूति


7. सुरभि


8. परमात्मिका


9. वाचि


10. पद्मलया


11. पद्मा


12. शुचि


13. स्वाहा


14. स्वधा


15. सुधा


16. धन्या


17. हिरण्मयी


18. लक्ष्मी


19. नित्यपुष्टा


20. विभा


21. आदित्य


22. दित्य


23. दीपायै


24. वसुधा


25. वसुधारिणी


26. कमलसम्भवा


27. कान्ता


28. कामाक्षी


29. क्ष्रीरोधसंभवा, क्रोधसंभवा


30. अनुग्रहप्रदा


31. बुध्दि


32. अनघा


33. हरिवल्लभि


34. अशोका


35. अमृता


36. दीप्ता


37. लोकशोकविनाशि


38. धर्मनिलया


39. करुणा


40. लोकमात्रि


41. पद्मप्रिया


2. पद्महस्ता


43. पद्माक्ष्या


44. पद्मसुन्दरी


45. पद्मोद्भवा


46. पद्ममुखी


47. पद्मनाभाप्रिया


48. रमा


49. पद्ममालाधरा


50. देवी


51. पद्मिनी


52. पद्मगन्धिनी


53. पुण्यगन्धा


54. सुप्रसन्ना


55. प्रसादाभिमुखी


56. प्रभा


57. चन्द्रवदना


58. चन्द्रा


59. चन्द्रसहोदरी


60. चतुर्भुजा


61. चन्द्ररूपा


62. इन्दिरा


63. इन्दुशीतला


64. आह्लादजननी


65. पुष्टि


66. शिवा


67. शिवकरी


68. सत्या


69. विमला


70. विश्वजननी


71. तुष्टि


72. दारिद्र्यनाशिनी


73. प्रीतिपुष्करिणी


74. शान्ता


75. शुक्लमाल्यांबरा


76. श्री


77. भस्करि


78. बिल्वनिलया


79. वरारोहा


80. यशस्विनी


81. वसुन्धरा


82. उदारांगा


83. हरिणी


84. हेममालिनी


85. धनधान्यकी


86. सिध्दि


87. स्त्रैणसौम्या


88. शुभप्रदा


89. नृपवेश्मगतानन्दा


90. वरलक्ष्मी


91. वसुप्रदा


92. शुभा


93. हिरण्यप्राकारा


94. समुद्रतनया


95. जया


96. मंगला देवी


97. विष्णुवक्षस्स्थलस्थिता


98. विष्णुपत्नी


99. प्रसन्नाक्षी


100. नारायणसमाश्रिता


101. दारिद्र्यध्वंसिनी


102. देवी


103. सर्वोपद्रव वारिणी


104. नवदुर्गा


105. महाकाली


106. ब्रह्माविष्णुशिवात्मिका


107. त्रिकालज्ञानसम्पन्ना


108. भुवनेश्वरी 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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