Gaja Lakshmi Vrat 2021: हिंदू धर्म शास्त्र में मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा गया है. इनकी पूजा से घर में धन -वैभव का आगमन होता है. हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी की पूजा के लिए विशेष अवसर होता है. इसके तहत हर साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से महालक्ष्मी व्रत शुरू किया जाता है. 16 दिनों तक विधि विधान से व्रत रखकर अंतिम दिन यानी आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मां लक्ष्मी के गज लक्ष्मी स्वरूप की पूजा की जाती है और इस व्रत का उद्यापन किया जाता है. गज लक्ष्मी माता हाथी पर कमल के आसन पर विराजमान होती हैं.
पौराणिक मान्यता है कि गज लक्ष्मी के व्रत और पूजन से घर में कभी आर्थिक तंगी और दरिद्रता नहीं आती है, भक्तों को मन वांछित फल प्राप्त होता है, सुख-संपत्ति और संतान की प्राप्ति होती है. मान-सम्मान और पद प्रतिष्ठा की वृद्धि होती है.
हिंदी पंचांग के अनुसार, इस साल गज लक्ष्मी का व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 29 सितंबर 2021 दिन बुधवार को रखा जाएगा. इस दिन गजलक्ष्मी की पूजा के साथ महालक्ष्मी के सोलह दिन के व्रतों का उद्यापन भी होगा. आइये जानें मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के मंत्र.
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के मंत्र
गज लक्ष्मी व्रत के दिन भक्त विधि पूर्वक मां लक्ष्मी का पूजन कर उन्हें इत्र, गंध और कमल का फूल अर्पित करें तथा कमल गट्टे की माला से नीचे दिए गये किसी एक मंत्र का 108 बार जाप करें. मान्यता है कि इन मंत्रों के जाप मां लक्ष्मी बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं और उनकी सभी मनोकामना पूरी करती हैं. मां लक्ष्मी की कृपा से भक्तों को कभी धन- दौलत की कमी नहीं होती है. उनकी सारी आर्थिक समस्याएं दूर कर देती हैं.
- ऊँ विद्या लक्ष्म्यै नम:
- ऊँ आद्य लक्ष्म्यै नम:
- ऊँ सौभाग्य लक्ष्म्यै नम:
- ऊँ नमो भाग्य लक्ष्म्यै च विद्महे अष्ट लक्ष्म्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोद्यात
- ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नम: