गणेश जी को सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय माना गया है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार विघ्नहर्ता श्री गणेश जी का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन ही हुआ था, इसलिए इस दिन गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी मनाई जाती है. इस साल गणेश चतुर्थी 22 अगस्त को मनाई जाएगी.गणेश चतुर्थी पर लोग गणेश जी को अपने घर लाते हैं, गणेश चतुर्थी के ग्यारहवें दिन धूमधाम के साथ उन्हें विसर्जित कर दिया जाता है और अगले साल जल्दी आने की प्रार्थना की जाती है. गणेश उत्सव के इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं उनसे जुड़े कुछ रोचक तथ्य




  • यह सबको पता है कि गणेश जी का वाहन चूहा है लेकिन यह बात बहुत कम लोगों को पता है कि वह चूहा कौन है. दजरअसल वह एक एक राक्षस था जिसको गणेश जी ने चूहा बना दिया था. उसके प्रार्थना करने पर गणेश जी ने उसे अपना वाहन बना लिया.

  • गणेश जी को लाल रंग अर्पित किया जाता है. लाल और सिंदूरी गणेश जी के प्रिय रंग हैं. मान्यता है कि गणेश जी को लाल फूल अर्पित करने से वह प्रसन्न हो जाते हैं.

  • पूर्व दिशा गणेश जी को पसंद है. गणेश जी के दर्शन सदैव सामने की ओर से करने चाहिए. कहा जाता है कि गणेश जी के पीछे की तरफ दरिद्रता निवास करती है,  इसलिए पीठ की तरफ से गणेश जी के दर्शन नहीं करने चाहिए.

  • गृहस्थ जीवन को सुखी बनाने के लिए गणेश जी की आराधना करनी चाहिए, वे सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. गृहस्थ जीवन के लिए गणेश जी एक आदर्श देवता माना जाता है.

  • गणेश जी ही ऐसे देवता है, जिनकी पूजा में दूर्वा का प्रयोग होता है. इसके पीछे एक कथा है जिसके मुताबिक अगलासुर नाम का राक्षस ऋषि मुनियों को जीवित  निगल जाता था. इस राक्षका अंत गणेश जी ने कर दिया और फिर इसे निगल लिया जिसके बाद उनके पेट में जलन होने लगी. उनके पेट की जलन के शांत करने के लिए कश्यप ऋषि ने दूर्वा दी थी. इसके बाद से ही गणेश जी को दूर्वा चढ़ाई जाती है.


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