Ganesh Chaturthi 2021 Date: हिंदी पंचांग के मुताबिक़ गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल भादो मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है जो कि अगले 10 दिनों तक यानी अनंत चतुर्दशी तक चलता है. इस साल यह पर्व या उत्सव कल यानी 10 सितंबर से शुरू होकर 19 सितंबर तक चलेगा. धार्मिक मान्यता है कि इस तिथि को भगवान गणेश का जन्म हुआ था. इस लिए यह पर्व उनके जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर लोग भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करते हैं और उनकी विधि विधान से पूजा करते हैं.
गणेशोत्सव कब से मनाया जा रहा है. इसका प्रमाणिक प्रमाण तो नहीं मिला है, इसके बावजूद गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाये जाने का प्रमाण मराठा शासन काल से पाया जा रहा है. यह अनुमान लगाया गया है कि गणेश चतुर्थी 1630-1680 के दौरान छत्रपति शिवाजी (मराठा साम्राज्य के संस्थापक) के समय में एक सार्वजनिक समारोह के रूप में मनाया जाता था. यह गणेशोत्सव मराठा साम्राज्य के कुल देवता के रूप में मनाना शुरू किया गया था. पेशवाओं के अंत के बाद यह गणेशोत्सव एक पारिवारिक उत्सव के रूप में मौजूद रहा. बाल गंगाधर लोकमान्य तिलक ने 1893 में इसे पुनर्जीवित किया. हिन्दुओं द्वारा अब इसे एक बड़ी तैयारी के साथ वार्षिक घरेलु त्योहार के रूप में विकसित किया.
सामान्यतः यह गणेशोत्सव ब्राह्मणों और गैर ब्राह्मणों के बीच संघर्ष को हटाने के साथ ही लोगों के बीच एकता एवं समरसता तथा भाईचारा लाने के लिए एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाना आरंभ किया गया. गणेश विसर्जन की रस्म बाल गंगाधर लोकमान्य तिलक द्वारा स्थापित की गई थी.
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, गणेश जी का जन्म भादो माह में चतुर्थी को हुआ था. तब से, भगवान गणेश के जन्म की तारीख गणेश चतुर्थी के रूप में मनानी शुरू की गई थी.