Ganesh Chaturthi Ke Niyam: आज गणेश चतुर्थी (ganesh chaturthi) के दिन लोग बड़े ही धूम-धाम से गणपति (ganpati) को घर ला रहे हैं. कहते हैं आज के दिन भगवान गणेश (bhagwan ganesh) का जन्म हुआ था इसलिए देशभर में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है. इस दिन घरों में गणपति स्थापित किए जाते हैं. बप्पा की स्थापना के बाद विधि-विधान से उनकी पूजा और उपासना की जाती है. भक्तों के इस अराधना से प्रसन्न होकर भगवान उन्हें सुख-समृद्धि और सौभग्य प्रदान करते हैं.
आज से पूरे 10 दिन तक चलने वाले इस गणेश महोत्सव (ganesh mahotsav) में गणपति (ganpati) को 10 दिन के लिए घर में स्थापित किया जाता है. अगर कोई चाहे तो 1.5 दिन, 3 दिन, 7 दिन के लिए भी बप्पा को रखा सकता है. बप्पा का विसर्जन 19 सितंबर अनंत चतुर्दशी (anant chaturthi) के दिन किया जाता है. विघ्नहर्ता गणेश की स्थापना शुभ मुहूर्त के हिसाब से की जाती है. जहां कुछ लोगों ने गणेश स्थापना (ganesh sthapna) कर ली होगी, वहीं कुछ लोग शुभ मुहूर्त के हिसाब से शाम तक कर सकते हैं. लेकिन घर में बप्पा के विराजमान होने के बाद आपको कई बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. जब तक गणपति घर पर विराजे हैं, तब तक इन बातों का खास ख्याल रखें.
लहसुन और प्याज न खाएं (do not eat onion and garlic)
घर में गणपति की स्थापना के बाद कई नियमों का पालन करना पड़ता है. अगर इन बातों का ध्यान न रखा जाए, तो बप्पा रुष्ट हो जाते हैं. जब तक आपके घर में बप्पा विराजमान हैं तब तक घर में प्याज और लहसुन न खाएं और न पकाएं.
पहले गणेश जी को भोग लगाएं (what you eat first offer lord ganesh)
कहते हैं कि घर में बप्पा के विराजमान होने के बाद कई बातों का ध्यान रखा जाता है. आप घर में जो कुछ भी खाएं, पहले उस चीज का भोग बप्पा को लगाएं. फिर भले ही वो पानी हो या खाना हो.
भगवान गणेश को अकेला न छोड़ें (do not unattendable ganesh ji )
धार्मिक मान्यता है कि घर में गणेश भगवान को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए. अगर आपको कहीं जाना भी है तो कम से कम परिवार का एक सदस्य गणपति के पास उपस्थित रहे.
जुआं न खेलें (say no to gamble)
गणपति को स्थापित करने के बाद घर में या घर के बाहर जुआं आदि खेलने की मनाही होती है. इससे लक्ष्मी जी रुष्ट हो जाती हैं और व्यक्ति को जिंदगी में कई आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है.
नॉनवेज और शराब से बनाएं दूरी (do not eat nonveg and alchohal)
घर में गणपति की स्थापना के बाद घर और खुद दोनों को शुद्ध रखना जरूरी है. ऐसे में मांस आदि घर पर न बनाएं और न ही बाजार में खाएं. इतना ही नहीं, गणपति के घर पर रहने तक शराब भी नहीं पीनी चाहिए.
सकारात्मक सोचें (think positive)
अपनी सोच को सकारात्मक रखें. कहते हैं गणपति स्थापना के बाद जो सोचे पॉजीटिव सोचें. इस दौरान गंदी भाषा का इस्तेमाल न करें. किसी भी व्यक्ति को इस दौरान शांत रहना चाहिए. क्योंकि आपकी हर समस्या का समाधान करने के लिए गणपति आपके घर उपस्थित हैं. ऐसे में आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है.
ब्राह्मचर्य का पालन करें (observ celibacy)
गणपति को घर पर लाने के बाद आपको ब्राह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए.
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