Ganesh Chaturthi 2021: हिंदी पंचांग अनुसार, गणेश चतुर्थी का उत्सव भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि (Ganesh Chaturthi) से प्रारंभ होता है. इस उत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के दिन उनके बिदाई के साथ किया जाता है. अनंत चतुर्दशी 19 सितम्बर को मानी जायेगी. इस दौरान भगवान श्री गणेश की विधि पूर्वक पूजा की जाती है. लोग अपने आराध्य और सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करते हैं तथा उन्हें प्रसन्न करने के लिए उनके प्रिय चीजों से उन्हें भोग भी लगाते हैं.


Ganesh chaturthi 2021: Shubh Muhurat


गणेश पूजन के लिए पूजा का शुभ मुहर्त 12:17 बजे शुरू होकर और रात 10 बजे तक रहेगा. भक्त इस दौरान गणेश भगवान की मूर्ति स्स्थापित कर पूजन कर सकते हैं. पूजा के समय  ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप अवश्य करें.



Ganesha Visarjan: पंचांग के अनुसार गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन अनंत चतुर्दशी 19 सितंबर 2021 को होगा. इस दिन गणेश उत्सव समाप्त करते हुए गणपति बप्पा की विदाई करते हैं.


गणेश जी को प्रसन्न करने के उपाय



  • पूजा में दुर्वा करें अर्पित: श्री गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए हर दिन सुबह स्नान करके पूजा के दौरान श्री गणेश जी को गिन कर पांच दूर्वा अर्पित करें. ध्यान रहे यह दुर्वा श्री गणेश जी के मस्तक पर रखें. दुर्वा अर्पित करते हुए यह मंत्र बोलें- 'इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नम:'.

  • मोदक का भोग लगाएं: गणेश जी को मोदक बहुत प्रसन्न है. गणपति अथर्ववेद शीर्ष में कहा गया है कि जो लोग गणेश जी को पूजा में मोदक का भोग लगाते हैं. उनकी मनोकामना पूरी होती है. तथा गणपति जी उनका मंगल करते हैं.

  • घी अर्पित करें: भगवान गणेश की पूजा में उन्हें अर्पित करें तथा उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं.