Ganesh Chaturthi 2021 Live: आज गणेश चतुर्थी, इस शुभ मुहूर्त में ही करें स्थापना, मिलेगा सुख समृद्धि और सौभाग्य
Ganesh Chaturthi 2021 Ganpati Sthapana Puja Vidhi LIVE: आज 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी है. आज से गणेशोत्सव का शुभारंभ होगा. लोग अपने घरों में गणपति की स्थापना कर उनकी पूजा करते हैं.
आज गणेश चतुर्थी शुक्रवार को लगभग 59 सालों के बाद चित्रा नक्षत्र में एक साथ चार ग्रह स्वयं की राशियों में विराजमान रहेंगे. यह एक दुर्लभ संयोग है. आज बुद्धि व वाणी के ग्रह बुध कन्या राशि में तथा साहस व पराक्रम के कारक ग्रह मंगल कन्या राशि में रहेंगे. आज सूर्य अपनी राशि सिंह में तथा शनि स्वयं की राशि मकर में हैं. वहीं तुला राशि में शुक्र एवं चंद्रमा की युति बनी है. इसके साथ ही दो बड़े ग्रह शनि और गुरु का एक साथ वक्री होने से अति पुण्यकारी संयोग भी बन रहा है.
भगवान श्री गणेश जी का पूजन करते समय भक्तों को मोदक, दूर्वा घास, गन्ना, नारियल और बूंदी के लड्डू जरूर अर्पित करने चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि इन चीजों का भोग लगाने से भगवान गणेश अति प्रसन्न होते हैं और भक्तों को अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश जी को तुलसी का पत्र नहीं चढ़ाना चाहिए. कहा जाता है कि तुलसी ने भगवान गणेश को लम्बोदर और गजमुख कहकर शादी का प्रस्ताव दिया था, इससे नाराज होकर गणपति ने उन्हें श्राप दे दिया था.
मुंबई में गणपति के जुलूस में शामिल भक्तों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा. सोशल डिस्टेंसिंग भी रखनी होगी. वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वाले लोग ही जुलूस में शामिल हो पाएंगे. BMC ने सभी मुंबईवासियों से सादगी के साथ गणेशोत्सव मनाने की अपील की है. घरों में गणपति की मूर्ति की ऊंचाई 2 फीट और सार्वजनिक पंडालों में मूर्ति की ऊंचाई 4 फीट रखने के निर्देश हफ्ते भर पहले ही जारी कर दिए गए थे.
महाराष्ट्र में गणेशोत्सव के दौरान सार्वजनिक पंडालों में जाने की अनुमति नहीं दी गई है. भक्तों को सिर्फ ऑनलाइन दर्शन की इजाजत मिली है. महाराष्ट्र में ये उत्सव 10 दिन तक मनाया जाता है. BMC ने गणपति के जुलूस में भाग लेने वालों की संख्या भी सीमित की है. सार्वजनिक पंडालों में मूर्ति लाने और विसर्जन के लिए ले जाते समय 10 से ज्यादा लोग मौजूद नहीं हों सकेंगे.
देश भर में आज गणेश चतुर्थी मनाई जा रही है, लेकिन कोरोना की वजह से हर बार की तरह इस बार गणेशोत्सव ज्यादा धूमधाम से नहीं मनाया जा रहा है. महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में इसको लेकर सख्त गाइडलाइंस जारी की गई हैं.
आज देशभर में गणेश चतुर्थी को गणेशोत्सव का त्योहार मनाया जा रहा है. गणेशोत्सव का समापन गणेश प्रतिमा के विसर्जन के साथ 19 सितंबर अनंत चतुर्दशी को किया जाएगा. आज ब्रह्म और रवियोग में गणपति स्थापना होगी. इस साल गणेश चतुर्थी पर भद्रा का साया नहीं है. पंचांग के अनुसार, गणेश चतुर्थी के दिन 11 बजकर 09 मिनट से 10 बजकर 59 मिनट तक पाताल निवासिनी भद्रा रहेगी. शास्त्रों के अनुसार, पाताल निवासिनी भद्रा का योग शुभ माना जाता है. गणेश चतुर्थी के दिन पूजन का शुभ मुहूर्त 12 बजकर 17 मिनट से रात 10 बजे तक है.
- ब्रह्म मुहूर्त- आज 10 सितंबर को सुबह 04:31 बजे से सुबह 05:17 बजे तक
- अभिजित मुहूर्त- आज शुक्रवार को सुबह 11:53 बजे से दोपहर 12:43 बजे तक
- विजय मुहूर्त- आज दोपहर बाद 02:23 बजे से दोपहर 03:12 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त- आज शाम 06:20 से शाम 06:44 बजे तक
- अमृत काल- आज सुबह 06:59 बजे से 08:28 बजे तक
- रवि योग- आज प्रातः काल 06:04 बजे से दोपहर 12:58 बजे तक
बैकग्राउंड
Ganesh Chaturthi 2021 Ganpati Sthapana Puja Vidhi LIVE: हिंदी पंचांग के अनुसार, आज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि और 10 सितंबर दिन शुक्रवार है. इस तिथि को ही गणेश चतुर्थी कहा जाता है. मान्यता है कि भगवान गणेश का जन्म इसी तिथि को हुआ था. लोग इनके जन्मोत्सव को गणेशोत्सव के रूप में बड़े धूम-धाम से मनाते हैं. गणेश चतुर्थी का यह उत्सव 10 दिनों तक चलता है. इसका समापन अनंत चतुर्दशी को भगवान गणेश के विसर्जन के साथ किया जाता है.
गणेश चतुर्थी के दिन लोग गणपति बप्पा के मूर्ति की स्थापना करते हैं. उसके बाद प्रति दिन नियमित रूप से उनकी पूजा आराधना करते हैं. गणेश चतुर्थी का पर्व भगवान श्री गणेश जी को समर्पित होता है.
गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि 9 सितंबर 2021 दिन बृहस्पतिवार को रात्रि 12 बजकर 18 मिनट से आरंभ होगी, जो 10 सितंबर 2021 की रात 9 बजकर 57 मिनट तक रहेगी. गणेश जी की मूर्ति स्थापना का मुहूर्त आज 10 सितंबर शुक्रवार को सुबह सूर्योदय से पूरा दिन बना हुआ है. हालांकि गणपति स्थापना के लिए सर्वोत्तम शुभ मुहूर्त 12 बजकर 17 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त से शुरू होगा और रात 10 बजे तक पूजन का शुभ समय रहेगा.
धार्मिक मान्यता है कि गणेश चतुर्थी को विधि विधान से पूजा अर्चना करने से भगवान गणेश की कृपा बरसती है और उनकी कृपा से सुख-शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि गणेश चतुर्थी के दिन व्यक्ति को काले और नीले रंग के वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए. इस दिन लाल या पीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है.
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