Ganesh Chaturthi 2022 Puja: गणेश चतुर्थी 2022 का पर्व देश में विशेषकर महाराष्ट्र में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. लोग इस पर्व को गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं. गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है. जो कि चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है. इस बार गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को है. इस 10 दिनों के दौरान भगवान गणेश जी की विधवत पूजा अर्चना की जाती है. मान्यता है कि इनकी पूजा से घर परिवार में सुख शांति और समृद्धि आती है. सारे संकट कट जाते हैं. इसके अलावा कुंडली के कुछ ग्रह भी शांत हो कर शुभ फल प्रदान करते हैं.
गणेश पूजा से यह ग्रह होते हैं शांत
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक गणेश पूजा से मुख्य रूप से दो ग्रह बुध और केतु शुभ फल प्रदान करते हैं. इस लिए गणेश चतुर्थी में गणेश जी की विधि-विधान पूर्वक पूजा करनी चाहिए. इससे कुंडली में बुध और केतु ग्रह शांत होते है.
बुध ग्रह: ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को शुभ ग्रह माना गया है. ये मिथुन और कन्या राशि के स्वामी ग्रह हैं. कन्या को बुध की उच्च राशि और मीन बुध की नीच राशि माना जाता है. ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, शिक्षा, गणित, लेखन, मनोविनोद, तर्क-वितर्क, प्रकाशन, बिजनेस, मित्र, गला, नाक आदि का कारक ग्रह माना गया है. कुंडली में इनके शुभ होने से बुद्धि, वाणी, शिक्षा, गणित, व्यापर आदि क्षेत्रों में वृद्धि होती है.
केतु ग्रह: ज्योतिष शास्त्र में केतु को पाप ग्रह की श्रेणी में रखा गया है. इसे छाया ग्रह भी कहते हैं. इन्हें तर्क, बुद्धि, ज्ञान, वैराग्य, कल्पना और मानसिक गुणों का कारक ग्रह माना गया है. केतु ग्रह लोगों को लीक से हटकर काम करने को विवश करते हैं.
गणेश पूजा से लाभ: भगवान गणेश की पूजा से जहां बुध ग्रह से जुडी दिक्कतें दूर होती हैं. वहीं केतु की भी अशुभता दूर होती है.
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