Ganesh Chaturthi 2022 Shubh Yog: कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्ष बाद गणेश चतुर्थी का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाये जानें की तैयारियां हो रहीं हैं. बाजार में गणपति बप्पा की मूर्तियां बनाई जा रहीं हैं. गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का त्योहार हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होता है जो कि 10 दिनों तक चलता हैं. लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं. गणेश चतुर्थी को गणेश जी का जन्म दिवस होता है, इसलिए इसे गणेश जयंती भी कहते हैं.
गणेश चतुर्थी कब?
गणेश चतुर्थी का पर्व भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होकर अगले 10 दिनों तक मनाया जाता है. अंतिम दिन चतुर्दशी के दिन गणपति बप्पा की विधिवत पूजा के बाद उनका विसर्जन करते हैं. पंचांग के मुताबिक, इस बार गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को है.
गणेश चतुर्थी पर बन रहा है ये शुभ संयोग
पंचांग के अनुसार इस वर्ष गणेश चतुर्थी के अवसर पर तीन शुभ योग बन रहे हैं और एक विशेष संयोग बन रहा है. इस वर्ष की गणेश चतुर्थी तिथि रवि योग में है. वहीं इसी दिन दो शुभ योग ब्रह्म योग और शुक्ल योग भी बन रहे हैं. पंचांग के मुताबिक, 31 अगस्त 2022 दिन बुधवार को प्रात:काल 05:58 बजे से लेकर देर रात 12:12 बजे तक रवि योग है. जबकि प्रात:काल से लेकर रात 10:48 बजे तक शुक्ल योग और शुक्ल योग के समाप्त होने के तुरंत बाद से ब्रह्म योग प्रारंभ हो जाएगा. ये तीनों ही योग पूजा पाठ की दृष्टि से बेहद शुभ माने गए हैं.
धार्मिक मान्यता है कि रवि योग अमंगल को दूर कर सफलता प्रदान करता है. इस योग में सूर्य की स्थिति बेहद प्रबल मानी जाती है. ऐसे में गणेश चतुर्थी पर आप गणपति बप्पा की विधिवत पूजा करके उन्हें प्रसन्न कर अपनी हर कामना को सफल बना सकते हैं.
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