Ganesh Chaturthi 2024: भाद्रपद शुक्ल मास की चतुर्थी तिथि के दिन गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष गणेश चतुर्थी का पर्व 7 सितंबर के दिन है.


हिंदू धर्म में उदया तिथि से ही व्रतों और त्योहारों की शुरूआत हो जाती है. गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घर में गणेश जी की मूर्ति को स्थापित करते हैं.


हर व्यक्ति अपनी क्षमतानुसार गणेश जी की 3,5,7 या 10 दिन सेवा करता है और इसके बाद उनका विसर्जन किया जाता है. मान्यता है कि गणेश चतुर्थी पर चंद्र के दर्शन नहीं किए जाते हैं. जो भी व्यक्ति चंद्रमा के दर्शन करता है तो उस पर मिथ्या कलंक लग जाता है. आइए जानते हैं चंद्र दर्शन क्या है?


चंद्रमा को देखने के बाद इस मंत्र का करें जाप
अगर इस दिन गलती से आप चंद्रमा को देख लेते हैं तो मान्यता के मुताबिक इस दिन-


प्रसेनमवधीत्सिंहो जाम्बवता हतः। सुकुमारक मारोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकः ॥'


का जप करना चाहिए. इस मंत्र को जप करने से आप पर गलत प्रभाव नहीं पड़ता. माना जाता है कि गणेश चतुर्थी के दौरान चंद्र दर्शन हो जाएं तो आपको गणेश जी का व्रत करना चाहिए.


इस दिन चंद्र दर्शन हो जाएं तो भगवान गणेश की आराधना करें और गरीबों में खाने की वस्तु का दान करें. इन सब के अलावा जामवंत, भगवान श्री कृष्ण और स्यमंतक मणि की कथा को सुननी चाहिए.


गणेश चतुर्थी के दिन भगवान की आराधना करने से सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है. ऐसे में अगर आप गणेश चतुर्थी के दिन गलती से भी चांद देख लेते हैं तो 27 बुधवार गणेश मंदिर जाएं और उनकी पूजा-आराधना करनी चाहिए.


चांद दिखने पर उसी रोज आपको गणेश जी की पूजा करनी चाहिए. भगवान गणेश को दूर्वा की 21 गांठ चढ़ाएं. ये उपाय करने से चंद्रमा देखने का दोष खत्म होता है. 


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