Vastu Shastra 2021: वास्तुशास्त्र के इन नियमों को जानें बिना किसी को तोहफे में न दें गणपति की मूर्ति
Vastu Shastra 2021: गणेशोत्सव का समापन 19 सितंबर को होगा. ऐसे समय में गणेश जी की मूर्ति लाने व उपहार देने के पहले वास्तुशास्त्र का यह नियम जरूर पढ़ें. अन्यथा अशुभ हो सकता है.
Vastu Shastra 2021: गणेश चतुर्थी का पर्व गणेशोत्सव के रूप में अभी मनाया जा रहा है. गणेश प्रतिमा का विसर्जन अनंत चतुर्दशी को अर्थात 19 सितंबर यानी कल विधि विधान पूर्वक किया जायेगा. ऐसे में कुछ लोग ऐसे अवसरों पर गणेश प्रतिमा को अपने घर पर लाते हैं या अपने सगे संबंधियों को उपहार में देते है. श्री गणेश जी मूर्ति को घर में लाने या उपहार देंने से पहले यह वास्तुशात्र का नियम जरूर जान लें.
गणेश मूर्ति को घर में रखने के नियम
श्रीगणेश जी की मूर्ति को बेडरूम में न रखें: वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार, भगवान श्रीगणेश जी की मूर्ति बेडरूम में न रखें. कहा जाता है कि श्री गणेश जी मूर्ति बेडरूम में रखने या बाथरूम की दीवाल पर टांगने से वैवाहिक जीवन में कलह बनी रहती है.
श्रीगणेश जी की नृत्य करती मूर्ति: कभी भी गणेश जी की नृत्य करती हुई मूर्ति नहीं खरीदनी चाहिए औए नहीं किसी को से उपहार में देनी चाहिए. मान्यता है कि इससे जीवन में कलह हो सकती है.
बेटी की शादी में ना दें गणेश मूर्ति का उपहार: मान्यता है कि अगर कोई अपनी बेटी की शादी में उपहार केरूप में श्री गणेश जी मूर्ति देता है तो गणेश जी के साथ लक्ष्मी भी चली जाती है. ऐसे में बेटी की शादी के बाद घर से सुख और यश दोनों चला जाता है.
दक्षिणमुखी गणपति की मूर्ति न खरीदें: गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि उनकी सूंड बायीं ओर मुड़ी हो. क्योंकि दक्षिणमुखी गणपति की पूजा में विशेष नियम मानना पड़ता है.