Ganesh Visarjan 2020: बप्पा को ऐसे दें विदाई, जानें गणेश विसर्जन की विधि
Ganesh Visarjan 2020: गणेश जी का विसर्जन मुंबई समेत पूरे देश में 1 सितंबर को किया जाएगा. इस दिन अनंत चतुर्दशी की है. आइए जानते हैं गणेश विसर्जन की विधि के बारे में.
Ganesh Visarjan Vidhi: गणेश जी के विसर्जन की तैयारियां आरंभ हो गई हैं. गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी को घर में लाया जाता है. उनकी पूजा की जाती है और गणेश जी को प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है. 10 दिन तक गणेश जी को घर में रखने के बाद 11 वें दिन बप्पा को भक्तिभाव से विदाई दी जाती है. दस दिन तक चलने वाले गणेश महोत्सव का इस दिन समापन हो जाता है.
गणपति बप्पा विघ्नहर्ता हैं गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है. जिस घर में गणेश जी की पूजा होती है और गणेश महोत्सव के दौरान नित्य पूजा पाठ और अनुष्ठान किया जाता हैं वहां पर गणेश जी का विशेष आर्शीवाद प्राप्त होता है. गणेश जी बुद्धि और रिद्धि-सिद्धि के दाता हैं. इसलिए जो भी सच्चे मन से गणेश जी की आराधना करता है उसपर गणेश जी की विशेष कृपा होती है.
अनंत चतुर्दशी को दी जाएगी गणपति बप्पा को विदाई पंचांग के अनुसार अनंत चतुर्दशी का पर्व 1 सितंबर को है. इस दिन से पितृ पक्ष का भी आरंभ हो रहा है. अनंत चतुर्दशी पर गणेश जी का विसर्जन करने की परंपरा है. इस दिन गणेश जी का विधि पूर्वक विसर्जन करना चाहिए. गणेश जी का आर्शीवाद मिलने से घर में सुख और समृद्धि आती है. जिस प्रकार से गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की विधि पूर्वक स्थापना की जाती है उसी प्रकार से विसर्जन के दौरान भी विधि विधान का पालन करना चाहिए.
गणेश विसर्जन ऐसे करें 1 सितंबर को अनंत चतुर्दशी की तिथि है. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद गणेश जी की पूजा करें और गणेश जी को उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाएं. पूजा के दौरान गणेश मंत्र और गणेश आरती का पाठ जरुर करें. पूजा से पूर्व स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं.
गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त प्रात:काल का मुहूर्त: सुबह 09:10 बजे से दोपहर 01:56 बजे तक गणेश विसर्जन का दोपहर का मुहूर्त: दोपहर 15:32 बजे से सांय 17:07 बजे तक गणेश विसर्जन का शाम का मुहूर्त: शाम 20:07 बजे से 21:32 बजे तक गणेश विसर्जन का रात्रिकाल मुहूर्त: रात्रि 22:56 बजे से सुबह 03:10 बजे तक है.
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