Ganpati Visarjan Muhurat: गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों में गणेशजी की स्थापना करते हैं और दसवें दिन अनंत चतुर्दशी पर बप्पा की विदाई की जाती है. बप्पा की विदाई पर उनसे अगले साल जल्दी आने की प्रार्थना की जाती है. गणेश उत्सव की शुरुआत 31 अगस्त को हुई थी और 9 सितंबर को गणपति विसर्जन के साथ इसका समापन हो जाएगा. दस दिनों तक चलने वाले इस गणेश उत्सव में हर दिन पूरे विधि-विधान से गणपति की पूजा- अर्चना की जाती है. इस तरह पूरे धूम धाम से गणेश विसर्जन भी किया जाता है. आइए जानते हैं कि गणपति विसर्जन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
गणपति विसर्जन का शुभ मुहूर्त
9 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति का विसर्जन किया जाएगा. इसके लिए तीन शुभ मुहूर्त हैं. पहला सुबह 6 बजकर 3 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 44 मिनट तक है. दूसरा शुभ मुहूर्त 12 बजकर 18 मिनट से लेकर 01 बजकर 52 मिनट तक है. जबकि तीसरा शुभ मुहूर्त शाम 5 बजे से लेकर शाम 6 बजकर 31 मिनट तक है. इन तीनों में से किसी भी मुहूर्त में आप अपनी सुविधानुसार बप्पा का विसर्जन कर सकते हैं.
गणपति विसर्जन में रखें इन बातों का ध्यान
विसर्जन से पहले भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा अर्चना करें. जिस लकड़ी के पट्टे पर विसर्जन के लिए गणेशजी की मूर्ति रखनी है उसे पहले गंगाजल से अच्छी तरह साफ कर लें. इस पर स्वास्तिक बनाकर प्रणाम करें. पट्टे पर लाल कपड़ा बिछाकर जयघोष के साथ गणेशजी की मूर्ति इस पर रखें. इस चौकी पर पान-सुपारी, मोदक दीप और पुष्प रखें. पूजा में भूल चूक के लिए गणपति से क्षमा मांगे. इसके बाद बप्पा की आरती करें और उन्हें धूमधाम से विसर्जन के लिए ले जाएं. बप्पा को उनकी सारी सामग्री के साथ पूरे सम्मान पूर्वक विसर्जित करना चाहिए.
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