Garuda Purana : इन शुभ कामों को गलत समय पर करना हो सकता है हानिकारक, बढ़ सकती हैं परिवार की मुश्किलें
Garuda Puaran 2021: हिंदू धर्म में 18 पुराणों में से एक गरुड़ पुराण भी है.इसमें जीवन से लेकर मृत्यु और उसके बाद तक की बातों को श्री हरि द्वारा बताया गया है.
Garuda Puaran 2021: हिंदू धर्म में 18 पुराणों में से एक गरुड़ पुराण भी है. इसमें भगवान विष्णु और गरुड़ पक्षी के बीच हुई बातचीत के बारे में बताया गया है. इसमें जीवन से लेकर मृत्यु और उसके बाद तक की बातों को श्री हरि द्वारा बताया गया है. मान्यता है कि घर में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण का पाठ जरूर कराना चाहिए. क्योंकि ये मृत्यु और मृत्यु के बाद के पूरे घटना क्रम का बखान करता है. धार्मिक शास्त्रों में कुछ काम जैसे तुलसी को जल अर्पित करना, घर और अपने आस-पास के स्थान को साफ रखना आदि को शुभ बताया गया है.इन चीजों को मां लक्ष्मी की प्रसन्नता से जोड़ा गया है. लेकिन इस शुभ कामों के लिए भी एक निश्चित समय निर्धारित किया गया है. कहते हैं कि अगर इन कामों को गलत समय पर किया जाए तो इनके शुभ नहीं बल्कि अशुभ प्रभाव देखने को मिलते हैं.
गरुड़ पुराण में भी ऐसी कुछ कामों को गलत समय पर न करने की सलाह दी गई है. गरुढ़ पुराण सही और गलत में अंतर बताकर व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाने का काम करता है. आइए जानते हैं उन कामों के बारे में जो गलत समय पर करने से परिवार पर मुश्किलों का पहाड़ टूट सकता है.
सूर्यास्त के बाद झाड़ू न लगाएं
गरुड़ पुराण के अनुसार घर में झाड़ू लगाने का सही समय दिन का समय होता है. कहते हैं कि सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं और परिवार में दरिद्रता आती है. कहते हैं कि शाम के समय कीड़े मकौड़े सक्रिय हो जाते हैं. और पहले के समय में बिजली नहीं होती थी. ऐसे में अंधेरे में झाड़ू लगाने से उनकी मृत्यु हो जाती थी. इस दोष से बचाने के लिए गरुड़ पुराण में दिन के समय झाड़ू लगाने का नियम बनाया गया.
तुलसी को जल चढ़ाना
धार्मिक ग्रंथों में तुलसी को पवित्र पौधा बताया गया है. इतना ही नहीं, गरुड़ पुराण में नियमित रूप से जल चढ़ाने और पूजा करने की भी बात कही गई है. लेकिन इस बात का ध्यान हमेशा रखें कि शाम के समय तुलसी को जल नहीं चढ़ाएं. शाम के समय जल चढ़ाने से घर में वास्तु दोष लगते हैं. लेकिन शाम के समय दीपक अवश्य जलाएं. इस समय पूजा करना अच्छा माना जाता है.
इन दिनों में कभी न कटाएं बाल
बाल कटवाने और शेविंग बनाने के लिए भी गरुड़ पुराण में दिन निर्धारित किया गया है. कहते हैं कि मंगलवार, गुरुवार और शनिवार के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए और न ही शेव बनवानी चाहिए. बाल और शेविंग के लिए रविवार, सोमवार बुधवार और शुक्रवार का दिन अच्छा माना गया है.
शाम के समय दही और नमक न खाएं
गरुड़ पुराण में कहा गया है कि सूर्यास्त के बाद दही, छाछ आदि खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और न ही दूसरे को देना चाहिए. वहीं, इस बात का ध्यान भी रखें कि रात में भी किसी को नमक न दें. अगर कोई मांगने आए तो उससे भी बचें. कहते हैं कि रात में नमक देने से लक्ष्मी घर से चली जाती हैं.
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