Garuda Purana Life Lesson: गरुण पुराड़ (Garuda Purana) 18 पुराणों में से एक है. इसमें श्री हरि नारायण (Shri Hari Narayan) और गरुड़ पक्षी के बीच हुई बातचीत के बारे में बताया गया है. इसमें जन्म से लेकर मृत्यु के बाद तक की नीतियों का विस्तार से वर्णन किया गया है. कहते हैं कि घर में किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण का पाठ (Garuda Puaran Path) अवश्य कराना चाहिए. क्योंकि गरुड़ पुराण मृत्यु और मृत्यु के बाद के पूरे घटनाक्रम की स्थिति का बखान करता है. इतना ही नहीं, गरुड़ पुराण के अचारखंड में बहुत ही ऐसी बातों का उल्लेख किया गया है, जो व्यक्ति के तमाम पापों से मुक्ति दिलाने में सहायक हैं. और व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाती हैं. 


अगर गरुड़ पुराण की बातों को जीवन में माना जाए, तो व्यक्ति को मरने के बाद सद्गति प्राप्त होती है. इसका वास्तविक उद्देश्य लोगों को सही दिशा दिखाना है. गरुड़ पुराण के अनुसार व्यक्ति का कुछ लोगों के यहां भोजन करना धर्म संगत नहीं माना जाता. और ऐसा करने से व्यक्ति पाप का भागीदार बनता है. आइए जानते हैं किन लोगों के यहां भोजन करने से परहेज करना चाहिए. 


इन लोगों के घर न करें भोजन (Don't Eat Food At These People Home )


चोर या अपराधी व्यक्ति


गरुड़ पुराण में कहा गया है कि किसी चोर या अपराधी के घर भोजन करने से आप भी पाप के भागीदार बन सकते हैं. इतना ही नहीं, कहते हैं कि आपके विचार भी उन्हीं की तरह दूषित हो जाते हैं. इसलिए ऐसे लोगों के घर भोजन करने से बचना चाहिए. 


सूदखोर व्यक्ति


गरुड़ पुराण में इस बात का जिक्र किया गया है कि गलत तरीके से कमाया हुआ पैसा हमेशा अशुभ फल ही देता है. दूसरों की मजबूरी का फायदा उठाकर कमाए गए पैसे वाले व्यक्ति के घर भूलकर भी भोजन न करें. 


नशे का कारोबार करने वाला व्यक्ति


नशे का कारोबार करने वाला व्यक्ति न जाने कितने लोगों की जिंदगी बर्बाद करता है. इतना ही नहीं, उनके परिवार के लिए भी मुश्किलें खड़ी करता है. गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे लोगों के घर कदम रखना भी पाप होता है. ऐसे लोगों के घर किया गया भोजन आपको पाप का भागीदार बना सकता है.  


बीमार व्यक्ति


अगर किसी व्यक्ति के घर लंबे समय से बीमारी फैल रही है, तो ऐसे व्यक्ति के घर जाने से भी बचें. कहते हैं कि ऐसे व्यक्ति के घर जाने से बैक्टीरिया फैल सकता है. इससे आपके घर भी बीमारियां पनपने का डर है. 


चरित्रहीन स्त्रि


गरुड़ पुराण के अनुसार चरित्रहीन स्त्रि के घर भी भोजन भूलकर नहीं करना चाहिए. जिसका चरित्र खराब है उसके घर कदम रखना भी आपके चरित्र पर उंगलियां उठा सकता है. ऐसे में भूलकर भी इस तरह के लोगों के कदम न रखें


क्रोधी व्यक्ति


भोजन को लेकर कहावत है कि व्यक्ति जैसा अन्न खाता है उसका मन वैसा ही हो जाता है. ऐसे में अगर आप भूलकर भी क्रोधी व्यक्ति के घर भोजन करते हैं, तो आपके अंदर भी क्रोध की भावना पनपने लगेगी. इसलिए क्रोधी व्यक्ति के घर का भोजन भूलकर भी न करें. 


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