Garuda Purana: गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे लोगों से बना लें दूरी, वरना जिंदगी हो जाएगी बर्बाद
Garuda Purana: गरुड़ पुराण में सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों के बारे में बताया गया है. इसमें भगवान विष्णु अपने वाहन पक्षीराज गरुड़ से बताते हैं कि किस तरह के आदतों वाले लोगों की संगत से बचना चाहिए.
Garuda Purana, Niti Grantha: व्यक्ति के जीवन में पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों का महत्वपूर्ण स्थान होता है. कहा जाता है कि व्यक्ति जैसी संगत में रहता है वह खुद भी वैसा ही बन जाता है. इसलिए हमेशा ही अच्छे और गुनी लोगों के साथ उठना-बैठना रखना चाहिए. अगर आप अच्छे लोगों के साथ रहेंगे तो आपका जीवन संवर जाएगा वहीं गलत लोगों के साथ संगत आपके जीवन को बर्बाद कर सकती है. गरुड़ पुराण में अच्छे और बुरे लोगों के कुछ आदतों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है. इसमें बताया गया है कि किन लोगों से दूरी बनाना है आपके लिए बेहतर होगा.
इन लोगों से तुरंत बना लें दूरी
- किस्मत के भरोसे रहने वाले लोग- कुछ लोग खुद तो कुछ मेहनत करते नहीं और अपनी असफलता का कारण किस्मत पर थोप देते हैं और किस्मत को कोसते रहते हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार, ऐसी आदतों वाले लोगों के साथ बिल्कुल न रहें. ऐसे लोगों की संगत में रहने से इसका प्रभाव आपके जीवन पर भी पड़ सकता है. जो लोग किस्मत के भरोसे बैठे रहते हैं वे खुद तो कभी सफल नहीं होते हैं. वहीं ऐसे लोगों की संगत में रहने के कारण आप भी कभी सफल नहीं हो पाएंगे.
- नकारात्मक सोच वाले लोग- गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु अपने वाहन पक्षीराज गरुड़ से कहते हैं कि ऐसे लोग जो हमेशा नकारात्मक सोच रखते हैं और किसी भी काम को शुरू करने से पहले ही उसके बारे में गलत धारणा बना लेते हैं वह हमेशा असफल होते हैं. यदि आप ऐसे लोगों की संगति में रहेंगे तो आप भी कभी सफल नहीं हो पाएंगे. इसलिए ऐसे लोगों से तुरंत दूरी बना लेना ही समझदारी है. ऐसे लोग खुद कुछ करते नहीं है और आपके द्वारा किए कामों में भी नकारात्मक टिप्पणी करने से पीछे नहीं हटते, जिस कारण आपके सफलता में बाधा उत्पन्न होती है.
- दिखावा करने वाले लोग- गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे लोग जो धन और संपत्ति का दिखावा करते हैं या जिन्हें अपनी धन-संपत्ति का घमंड होता है उनसे दूरी बना लेना ही उचित है. ऐसे लोग आपको भी अपमानित करने से पीछे नहीं हटेंगे. इसलिए धन और संपत्ति के अहंकार में चूर व्यक्तियों से दूर रहने में ही आपकी भलाई है.
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