Garuda Purana: मौत का रहस्य ही नहीं, जीवन का सच भी बताता है गरुड़ पुराण, पढ़िए जरूरी सीखें
Garuda Purana: गरुड़ पुराण में स्वर्ग, नरक, पाप, पुण्य के अलावा ज्ञान, विज्ञान, नीति, नियम और धर्म की बातें हैं. इसमें एक ओर मौत का रहस्य है जो दूसरी ओर सफल जीवन का सूत्र भी छिपा है.
Garuda Purana: गरुड़ पुराण हिन्दू धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथों में से एक है. इसे 18 पुराणों में से एक माना जाता है. गरुड़ पुराण में जीवन, दिनचर्या और जीवन दर्शन से जुड़ी कई अहम बातों का वर्णन है, जिन्हें जान कर हम अपने जीवन को सही दिशा दिखा सकते हैं.
1 गरुड़ पुराण के नितिसार के मुताबिक शत्रुओं से निपटने के लिए सतर्क रहते हुए चतुराई से काम लेना चाहिए. शत्रु लगातार हमें नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते रहते हैं, इसलिए जैसा शत्रु है, उसके अनुसार प्लानिंग कर उसे काबू में रखना ही न्याय है.
2. गरुड़ पुराण अनुसार आम दिनचर्या में भी हमें सफाई के साथ रहना चाहिए और गंदे कपड़े तो कतई नहीं पहनने चाहिए, क्योंकि उन लोगों का सौभाग्य नष्ट हो जाता है, जो गंदे वस्त्र पहनते हैं. जिस घर में ऐसे लोग होते हैं, उस घर में कभी लक्ष्मी नहीं आती है. इसलिए साफ, सुगंधित कपड़े पहनने चाहिए, जिससे महालक्ष्मी की कृपा बनी रहे.
3. गरुड़ पुराण के अनुसार हम जो भी पढ़ें उसका हमेशा एक बार अभ्यास करना चाहिए, जिससे वह ज्ञान हमारे मस्तिष्क में अच्छे से जम जाए. ऐसा न करने पर अभ्यास बगैर सभी प्रकार की विद्याएं नष्ट हो जाती हैं. प्रयोगिक तौर पर भी यदि ज्ञान या विद्या का समय-समय पर अभ्यास नहीं करेंगे तो वह भूल जाएंगे.
4. गरुड़ पुराण में मानव भोजन का भी वर्णन है. कहा गया है कि संतुलित भोजन से ही निरोगी काया मिलती है, भोजन से ही व्यक्ति सेहत पाता है और भोजन से ही वह रोगी हो जाता है, भोजन ही शरीर का मुख्य स्रोत है, और आधी से ज्यादा बीमारी इसी कारण होती है. हमें सदैव सुपाच्य भोजन करना चाहिए. इससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहेगा और हम रोगों से बचे रहते हैं.
5.एकादशी व्रत ग्रंथों और पुराणों में श्रेष्ठ बताया गया है. गरुड़ पुराण में इसकी महिमा का खूब बखान है, जो व्यक्ति एकादशी व्रत रखता है, वह सभी कष्टों से बचा रहता है. हालांकि इसे नियम अनुसार ही रखना चाहिए और सिर्फ फलाहार लेना चाहिए. ज्योतिषियों के अनुसार इसे रखने से चंद्र का कैसा भी बुरा असर हो वह खत्म हो जाता है.
6. किसी भी देवी, देवता या धर्म का अपमान करने वाले को पछताना ही होता है और नरक भोगता है. गुरुड़ पुराण अनुसार पवित्र स्थानों पर गंदे काम करने वाले, धोखा देने वाले, अहसान के बदले अभद्रता करने वाले, धर्म, वेद, पुराण और शास्त्रों के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाले नर्क भोगते हैं.
7. गरुड़ पुराण में तुलसी का महत्व भी बताया गया है. कहा गया है कि तुलसी को घर में रखने से सभी रोगों से मुक्ति मिलती है. इसका प्रतिदिन सेवन से व्यक्ति को रोग मुक्त रखता है. तुलसी को घर में स्थान देने और जल देने से बाधित रास्ते खुल जाते हैं. भगवान के प्रसाद में इसे खाने से शारीरिक-मानसिक विकार दूर होते हैं. विष्णुजी पूजा के पश्चात तुलसी की पूजा से बहुत फल मिलता है.
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