Garuda Purana: वक्त रहते इन कार्यों से बना लें दूरी, वरना जीवन में उठानी पड़ सकती है परेशानी
Garuda Puran: जीवन में आने वाली समस्याओं से बचने के लिए गरुड़ पुराण में कई नीतियों के बारे में बताया गया है. जीवन को बेहतर तरीके से जीने का मार्गदर्शन करती है गरुड़ पुराण.
Life Lesson In Garuda Purana: जीवन में आने वाली समस्याओं से बचने के लिए गरुड़ पुराण (garuda puran) में कई नीतियों के बारे में बताया गया है. जीवन को बेहतर तरीके से जीने का मार्गदर्शन करती है गरुड़ पुराण. हमें जीवन में क्या कार्य करने चाहिए और क्या नहीं इनके बारे में गरुड़ पुराण में बखुबी बताया गया है. कहते हैं गरुड़ पुराण के आचारकांड (garuda puran aacharkand) के मुताबिक जीवन में कुछ कार्य ऐसे हैं, जिन्हें नहीं करना चाहिए. अगर हम समय रहते इनसे दूरी नहीं बनाएंगे को जीवन में संकट आ सकते हैं. इसलिए संकट आने से पहले ही हमें दूरी बना लेनी चाहिए. आइए जानते हैं वे ऐसे कौन से कार्य हैं, जिन्हें करने से हम सकंट में पड़ सकते हैं.
शमशान पर देर तक न रुकें
गरुड़ पुराण में कहा गया है कि शमशान भूमि पर ज्यादा देर तक नहीं रुकना चाहिए. अगर आप किसी के दाह संस्कार में जाते हैं तो वहां से जल्दी निकलने की कोशिश करें. इसका कारण यह है कि मरने के बाद व्यक्ति के शरीर में बैक्टीरिया उत्पन्न होने लगते हैं जो हवा में शामिल हो जाते हैं. ऐसे में वे बैक्टीरिया आपके शरीर में भी जा सकते हैं. शमशान पर एक नहीं अन्य कई चीताएं जलती हैं, इसलिए वहां बैक्टीरिया का खतरा ज्यादा होता है.
देर रात दही न खाएं
दही भोजन का एक अहम हिस्सा माना जाता है. ऐसे में इसे खाने का एक सही समय होता है. कहते हैं कि अगर आप दही का रात में सेवन करेंगे तो बीमार हो सकते हैं. कहा जाता है कि दही की प्रकृति ठंडी होती है, और रात में मौसम भी ठंडा हो जाता है. अगर रात में दही का सेवन किया जाता है तो व्यक्ति उसे आसानी से पचा नहीं पाता और वे बीमार हो सकता है.
सूरज उगने से पहले उठें
गरुड़ पुराण में कहा गया है कि सूरज उगने से पहले उठना जरूरी होता है. ऐसा करने से आपको ताजी हवा मिलती है, जिससे आपके फेफड़े एकदम फिट रहते हैं. इसका फर्क आपके पाचन तंत्र और फिटनेस पर भी पड़ता है.
बासी खाने से बचें
कहते हैं कि बासी खाना कई तरह के बैक्टीरिया को जन्म देता है. ऐसे में कई बार उसे पकाने के बाद भी उनमें उपस्थित बैक्टीरिया मरते नहीं है. इसलिए गरुड़ पुराण में कहा गया है कि खुद को रोगों से बचाने के लिए बासी खाने का सेवन भूलकर भी न करें. ऐसा करने से आप रोगों की चपेट में आ सकते हैं.