Garuda Purana: आग, कर्ज, रोग और शत्रु को लेकर क्या कहता है गरुड़ पुराण? इन बातों को जानना है बहुत जरुरी
Garuda Purana: गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु द्वारा बताए गए नीति-नियमों का पालन करने पर व्यक्ति खुशहाल जीवन को व्यतीत करता है और मृत्यु के बाद उसे स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है.
Garuda Purana Lord Vishnu Niti: हिंदू धर्म में 4 वेद और 18 महापुराणों के बारे में बताया गया है. इसमें गरुड़ पुराण भी एक है. यह वैष्णव सम्प्रदाय से सम्बन्धित ग्रंथ है. गरुड़ पुराण को मृत्यु के बाद सद्गति प्रदान करने वाला ग्रंथ माना गया है. यही कारण है कि घर पर किसी परिजन की मृत्यु के पश्चात इसका पाठ कराने और सुनने की मान्यता है.
गरुड़ पुराण के अधिष्ठातृ स्वयं भगवान विष्णु हैं, जोकि अपने प्रिय वाहन पक्षीराज गरुड़ देव से वार्तालाप करते हैं और इसी का वर्णन गरुड़ पुराण में मिलता है. इसमें भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार, निष्काम, कर्म और नीति-नियम की महिमा के साथ यज्ञ, दान, तप तीर्थ आदि शुभ कर्मों में सर्व साधारण को प्रवृत्त करने के लिये कई लौकिक और पारलौकिक बातों का वर्णन मिलता है. साथ ही इसमें आयुर्वेद, विज्ञान, नीतिसार आदि विषयों का भी वर्णन किया गया है. लेकिन विशेषकर गरुड़ पुराण में मृत्यु और स्वर्ग-नरक से जुड़ी गूढ़ बाते बताई गई है.
आत्मज्ञान का विवेचन भी गरुड़ पुराण का मुख्य विषय है. इसमें भगवान विष्णु द्वारा ऐसी बातें बताई गई है, जिसका अनुसरण करने पर सफलता प्राप्त होती है और व्यक्ति खुशहाल जीवन व्यतीत करता है. इसमें भगवान विष्णु ऐसे कामों के बारे में बताते हैं, जिसे निपटाने के लिए बिल्कुल भी इंतजार नहीं करना चाहिए. बल्कि जितनी जल्दी हो सके इन कामों को निपटा देना चाहिए. यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो इससे आप बड़ी परेशानी में पड़ सकते हैं. जानते हैं कौन से हैं वो काम.
इन कामों को निपटाने में न करें देर
- कर्ज चुकाने में देरी: कर्ज का बोझ जितनी जल्दी उतर जाए उतना बढ़िया होता है. इसलिए शीघ्र अतिशीघ्र कर्ज या उधारी को चुकाने की कोशिश करें. कहा जाता है कि यदि आप लंबे समय से किसी की उधारी अपने पास रखेंगे तो इससे ना सिर्फ आपसी संबंध खराब होंगे बल्कि अन्य कई तरह की समस्याएं भी पैदा होंगी.
- भूल के लिए माफी मांगना: यदि आपसे कोई भूल या गलती हुई है तो इसके लिए माफी मांगने में जरा भी देर न करें. आप सामने वाली से जितनी जल्दी हो सके माफी मांग ले. इससे आपसी कड़वाहट दूर होगी और रिश्ते में मजबूती आएगी.
- शत्रुता समाप्त करने: किसी से बैर या हीन भावना रखना कभी भी लाभकारी साबित नहीं होता है. इसलिए किसी से शत्रुता है तो इसे खत्म कर दें.
- अग्नि: यदि कहीं आग लग गई है तो ऐसी स्थिति में इंतजार करना खतरे को और अधिक बढ़ा सकता है. इसलिए इसे तुरंत ही बुझाने का प्रयास करें.
- रोग का इलाज: रोग बीमारी से पीड़ित लोगों को भी इंतजार नहीं करना चाहिए. बीमारी के संकेत दिखते हैं तुरंत इलाज कराएं. वरना शारीरिक कष्ट बढ़ सकता है.
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