Garuda Purana: गरुड़ पुराण के अनुसार इन 5 लोगों के घर भूलकर भी न करें भोजन, वरना पाप के भोगी बनेंगे आप
Garuda Purana: गरुड़ पुराण में ऐसे 5 लोगों के बारे में बताया गया है, जिनके घर पर भोजन नहीं करना चाहिए. यदि आप इनके घर पर भोजन करेंगे तो पाप के भोगी बनेंगे और आपको नरक का कष्ट भी झेलना पड़ सकता है.
Garuda Purana, Lord Vishni Niti Granth: सनातन हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण ग्रंथ का विशेष महत्व होता है. गरुड़ पुराण 18 महापुराणों में एक ऐसा ग्रंथ है, जिसमें भगवान विष्णु द्वारा जीवन, मृत्यु, स्वर्ग, नरक और पाप-पुण्य के कर्मों को विस्तारपूर्वक बतलाया गया है. इस ग्रंथ के आचारखंड के अनुसार, कुछ लोगों के घर पर भोजन नहीं करना चाहिए. ऐसे लोगों के घर पर भोजन करने से आप पाप के भोगी बनते हैं. जानते हैं कौन हैं वो लोग, जिनके घर पर भोजन नहीं करना चाहिए.
- साहूकार के घर: गरुड़ पुराण की माने तो, साहूकार या सूदखोर व्यक्ति के घर भोजन नहीं करना चाहिए. इसके पीछे का कारण यह है कि ये लोग दूसरों की मजबूरी या परेशानी का फायदा उठाते हैं और उनके कठिन परिस्थिति को धन कमाने का साधन बनाते हैं. असहाय और जरूरतमंद लोगों को साहूकार से मदद तो मिल जाती है लेकिन इसके बदले उन्हें मोटा ब्याज भी चुकाना पड़ता है. लोग दुखी मन और कठिन मेहनत के बाद ही साहूकार का पैसा चुका पाते हैं. इसलिए ऐसे लोगों के घर भोजन न करें, जिनके घर पर दूसरों की तकलीफ से कमाए धन से भोजन बनता हो.
- क्रोधी व्यक्ति के घर: गरुड़ पुराण के अनुसार, क्रोधी व्यक्ति के घर भोजन करने वाले को नकर की प्राप्ति होती है. ऐसा व्यक्ति जो बात-बात पर क्रोधित होता हो और दूसरों का अनादर करता हो, उनके घर पर कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए.
- किन्नर के घर- किन्नर को भोजन कराने या दान देना बहुत पुण्य होता है. लेकिन इनके घर कभी भोजन नहीं करना चाहिए. इसका कारण यह है कि किन्नर कई तरह के लोगों से पैसा मांगते हैं, जिनमें अच्छे और बुरे भी होते हैं. इसलिए इनके घर पर भोजन करने की मनाही होती है.
- चोर या डाकू के घर: अपराधिक कामों से जुड़े लोगों के घर भोजन नहीं करना चाहिए और न ही ऐसे लोगों से संबंध रखने चाहिए. गरुड़ पुराण के अनुसार, चोर, बदमाश, डाकू, लुटेरे और अपराधी गलत तरीके से धन अर्जित करते हैं. इसलिए इनके कमाए धन से भोजन नहीं करना चाहिए.
- रोगी व्यक्ति के घर- रोगी व्यक्ति के घर पर कभी भोजन न करें. ऐसा इसलिए क्योंकि रोगी व्यक्ति स्वयं शारीरिक परेशानियों से ग्रसित रहता है. ऐसे में इनके घर पर भोजन कर आप इन्हें और कष्ट दे सकते हैं. इसलिए रोगी व्यक्ति के घर जब भी कोई उनका हाल पूछने जाता है तो खाली हाथ नहीं जाता, बल्कि उनके लिए फल या खाने-पीने की चीजें साथ लेकर जाता है.
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