Garuda Purana, Lord Vishnu Niti: सनातन हिंदू धर्म में 4 वेदों और 18 महापुराणों का जिक्र मिलता है. 18 महापुराणों में गरुड़ पुराण भी एक है. आमतौर पर हिंदू परिवार में किसी परिजन की मृत्यु पश्चात पूरे 13 दिनों तक गरुड़ पुराण का पाठ घर पर कराया जाता है. गरुड़ पुराण को घर-परिवार के सभी लोग एकसाथ बैठकर सुनते हैं. कहा जाता है कि मृत व्यक्ति की आत्मा भी 13 दिनों तक घर पर ही रहती है और वह भी गरुड़ पुराण का पाठ सुनती है.
गरुड़ पुराण के पाठ से आत्मा को मोह का बंधन त्यागकर सद्गति की प्राप्ति होती है तो वहीं घर-परिवार के लोगों को नीति-नियम के बारे में पता चलता है, जिनका पालन करने पर जीवन की सभी समस्याएं व दुख दूर हो जाते हैं. गरुड़ पुराण में कुछ ऐसे कामों के बारे में बताया गया है, जिन्हें करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं. जिन घरों में यह कार्य होते हैं वहां दुखों का साया भी नहीं रहता.
इन कामों से मां लक्ष्मी होती हैं प्रसन्न
रसोई साफ रखना
जो लोग अपनी रसोई को साफ-सुथरा रखते हैं और रात्रि में जूठे बर्तन साफ करके सोते हैं. उनके घर पर मां अन्नापूर्ण वास करती हैं. गरुड़ पुराण में भी कहा गया है कि, जूठे बर्तन छोड़ने और रसोई गंदा रखने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और घर पर कभी वास नहीं करतीं. इसलिए रसोई को साफ रखें और रसोई में बनने वाले भोजन को सबसे पहले भगवान को भोग लगाएं.
दान करने वाले
दान करना बहुत पुण्य का काम है. व्यक्ति को अपनी यथाशक्ति के अनुसार, हमेशा ही अन्न, धन, वस्त्र आदि का दान करते रहना चाहिए. इससे ईश्वर भी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं.
कुलदेवता की पूजा करने वाले
कुलदेवता और पितरों का पूजन जरूर करें. जो व्यक्ति यह कार्य करता है, उसे जीवन में किसी तरह के दुखों का सामना नहीं करता पड़ता है. ऐसे लोगों पर हमेशा ही अपने पितरों और कुलदेवता का आशीर्वाद बना रहता है, जिससे घर पर खुशियां बनी रहती है. इसलिए अपने कुलदेवता और पितरों का पूजन जरूर करें. इसके साथ ही अमावस्या तिथि या पितृपक्ष में पितरों का तर्पन, श्राद्ध या पिंडदान करें.
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