Garuda Purana, Lord Vishnu Niti: सनातन हिंदू धर्म में 18 महापुराणों के बारे में बताया गया है. इसमें गरुड़ पुराण का अपना अलग महत्व होता है. आमतौर पर गरुड़ पुराण को मृत्यु के बाद आत्मा को सद्गति प्रदान करने वाला माना गया है. यही कारण है कि इसे घर पर किसी परिजन की मृत्यु के पश्चात सुनने का विधान है. लेकिन गरुड़ पुराण में जीवन से जुड़ी कई गूढ़ बातें भी बताई गई है, जिसके बारे में हर व्यक्ति को जरूर जाना चाहिए.
वैष्णव संप्रदाय से संबंधित गरुड़ पुराण ऐसा ग्रंथ है, जिसमें स्वर्ग, नरक, पाप और पुण्य के साथ ही विज्ञान, नीति, नियम, ज्ञान और धर्म की बातें भी बताई गई हैं. इसमें एक तरफ जहां मृत्यु के रहस्य के बारे में बताया गया है तो वहीं जीवन से जुड़े कई रहस्य भी इसमें समाहित हैं. गरुड़ पुराण भगवान विष्णु की भक्ति और उनके ज्ञान व उपदेश पर आधारित है. जानते हैं जीवन से जुड़ी गरुड़ पुराण की गूढ़ बातें.
ज्ञान और अभ्यास: गरुण पुराण में ज्ञान के साथ ही अभ्यास को भी महत्व दिया गया है. क्योंकि यदि आप किसी भी चीज का अभ्यास नहीं करते तो ज्ञान धीरे-धीरे विलुप्त होता चला जाता है. इसीलिए अभ्यास करने वाला व्यक्ति ही ज्ञानी कहलाता है. इसके संदर्भ में महान कवी वृन्द का एक दोहा प्रचलित है
करत-करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान।
रसरी आवत जात तें, सिल पर परत निसान।।
इसका अर्थ है रस्सी को जब बार-बार पत्थर पर रगड़ा जाता है तो पत्थर पर भी निशान बन पड़ता है. ऐसे ही निरंतर अभ्यास से मूर्ख व्यक्ति भी बुद्धिमान बन सकता है.
एकादशी व्रत नियम: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को महत्वपूर्ण माना गया है. लेकिन गरुण पुराण में एकादशी व्रत के महत्व के साथ ही इसके नियम के बारे में भी बताया गया है. इसके अनुसार एकादशी व्रत में केवल एक पहर ही फलाहार करना चाहिए. इस दिन किसी भी तरह का व्यसन नहीं करना चाहिए, तभी इस व्रत का फल प्राप्त होता है.
साफ और सुंगधित कपड़े: गरुड़ पुराण के अनुसार, गंदे वस्त्र पहनने वाले व्यक्ति का सौभाग्य छिन सकता है. साथ ही ऐसे लोगों पर कभी मां लक्ष्मी की कृपा नहीं होती सफल और धनवान बनने के लिए हमेशा साफ और सुगंधित कपड़े पहनने वाले व्यक्ति सभी सुख-सुविधाओं से संपन्न होते हैं.
तुलसी का महत्व: हिंदू धर्म तुलसी पूजन महत्वपूर्ण है. गरुड़ पुराण में तुलसी के महत्व को लेकर कहा गया है कि, नियमित तुलसी के सेवन से रोगों से मुक्ति मिलती है. साथ ही इससे शारीरिक और मानसिक विकार दूर होते हैं. विष्णु जी की पूजा में तुलसी अर्पित करें और इसके बाद प्रसाद के रूप में इसका सेवन करना चाहिए.
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