Garuda Purana Niti: गरुड़ पुराण में व्यक्ति के जीवन और मृत्यु के साथ ही मानव जीवन के कल्याण के बारे में भी वर्णन किया गया है. इसमें जीवन प्रबंधन (Life Management) से जुड़ी कई बातें बताई गई हैं. अगर आप गरुड़ पुराण की बातों को समझने का प्रयास करेंगे तो इससे आपका जीवन आसान हो जाएगा. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जीवनसाथी की किन बुरी आदतों और किन पिरिस्थितियों में एक साथ रहना मुश्किल हो जाता है. ऐसी परिस्थिति में आपको पार्टनर के साथ नहीं रहना चाहिए. इससे जीवन कष्टदायक और बदतर हो सकता है.


गृहस्थ जीवन ऐसा रथ है, जिसमें दो लोग दो पहिए की तरह अपने जीवन को कुशलतापूर्वक चलाते हैं. लेकिन जब एक इंसान भी इस जिम्मेदारी से पीछे हटने लगे तो जीवन का यह रथ डगमगाने लगता है और इससे वैवाहिक जीवन खतरे में पड़ जाता है. गरुड़ पुराण के अनुसार जान लीजिए कि कैसी पिरिस्थिती आने पर जीवनसाथी का त्याग करना ही उचित होता है.


अपमानित करने वाला जीवनसाथी


गरुड़ पुराण में बताया गया है कि अगर आपका जीवनसाथी आपको अपमानित करें, नीचा दिखाने का मौका न छोड़े और अपने दायित्वों को अच्छे से न निभाता हो तो ऐसे जीवनसाथी का परित्याग करने के लिए पलभर भी सोचना नहीं चाहिए. ऐसी पिरिस्थिति आने पर जीवनसाथी से दूरी बनाना ही उचित होगा.


माता-पिता का सम्मान न करना


जो पत्नी आपके माता-पिता यानी अपने सास-ससुर का सम्मान न करें और बार-बार उन्हें अपमान करें तो ऐसे जीवन साथ का परित्याग करना ही समझदारी है. ऐसे जीवनसाथी के साथ रहने से घर पर हमेशा कलह-क्लेश बना रहता है और आप कभी सुखी जीवन व्यतीत नहीं कर पाते.


सम्मान न करने वाले जीवनसाथी


गरुड़ पुराण के अनुसार, कर्तव्यनिष्ठ पत्नी का जो पति सम्मान न करता हो उसे छोड़ने में भी भलाई है. ऐसे पुरुष महिला के जीवन को नर्क बना देते हैं. इसलिए ऐसे जीवनसाथी को छोड़ने में ही आपकी भलाई है. 


धोखा देने वाले जीवनसाथी


शादी-शुदा रिश्ते की अहम कड़ी है ‘भरोसा’ जिससे यह रिश्ता जुड़ा रहता है. लेकिन अगर आपका पार्टनर आपको धोखा दे और किसी पराई महिला की ओर आकर्षित दिखे या आपकी पत्नी किसी पराए पुरुष के प्रति समर्पित हो जाए तो जीवनसाथी से अलग हो जाना चाहिए. ऐसे रिश्ते में आप जीवनभर अपने रिश्ते को सुधारते की कोशिश में ही लगे रहेंगे. इतना ही ऐसे जीवनसाथी के साथ रहने से आपकी जान को भी खतरा है.


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