Geeta Gyan: श्रीमद्भागवत गीता में बताए गए हैं मनुष्य के बर्बाद होने के ये 5 कारण
Precious Words of Geeta: गीता मनुष्य को धर्म, कर्म और प्रेम का पाठ पढ़ाती है. गीता का ज्ञान मानव जीवन के लिए बहुमूल्य है. गीता में श्रीकृष्ण ने मनुष्य के बर्बाद होने के कुछ कारण बताए हैं.
Geeta Ka Gyan: श्रीमद्भागवत गीता में भगवान कृष्ण के उन उपदेशों का वर्णन है जो उन्होंने महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को दिए थे. श्रीकृष्ण के उपदेश मनुष्य को कर्म व धर्म के सच्चे ज्ञान से अवगत कराते हैं. गीता सबसे प्रभावशाली ग्रंथ है. भगवद-गीता को भगवान का गीत कहा जाता है.
गीता के अनमोल वचन मनुष्य को जीवन जीने की सही राह दिखाते हैं. गीता जीवन में धर्म, कर्म और प्रेम का पाठ पढ़ाती है. गीता संपूर्ण जीवन दर्शन है और इसका अनुसरण करने वाला व्यक्ति जीवन में कभी निराश नहीं होता है. गीता में श्रीकृष्ण ने मनुष्य के बर्बाद होने के 5 कारण बताए हैं.
मनुष्य को बर्बाद करती हैं ये चीजें
- गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं, इंसान के बर्बाद होने के पांच कारण हैं- नींद, गुस्सा, डर, थकान और काम टालने की आदत!
- गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है, केवल पैसों से आदमी धनवान नहीं होता असली धनवान वो है जिसके पास अच्छी सोच, मधुर व्यवहार और सुंदर विचार होते हैं.
- श्रीकृष्ण का कहना है कि मनुष्य को किसी भी परिस्थिति में हौसला नहीं हारना चाहिए. जब तक आपकी सोच और विचार अच्छे नहीं हो जाते तब तक आपके अच्छे दिन नहीं आते हैं.
- गीता में लिखा है कि ज्यादा खुश या फिर ज्यादा दुखी होने पर निर्णय नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्णय नहीं लेने देती हैं.
- यदि तुम्हारे अंदर खुद को बदलने की ताकत नही है तो तुम्हारा कोई अधिकार नही की तुम भगवान या भाग्य को दोष दो!
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