Gemstone Benefits: मेष, सिंह, वृश्चिक और धनु लग्न व राशि वालों के लिए मूंगा एक बूस्टर की तरह काम करता है. मूंगा रत्न पहनने से शरीर को बलिष्ट बनाने से लेकर किस्मत के दरवाजे खोलने तक का काम करता है. यह रत्न ऊर्जा से भरा हुआ होता है. मूंगा मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और मंगल एक अग्नि तत्व का ग्रह है इसलिए मूंगे को अंगारक मणि भी कहते हैं. इसके अतिरिक्त प्रवालक, प्रवाल, भौम रत्न आदि के नाम से भी यह जाना जाता है.


मेष लग्न या राशि वालों के लिए मंगल उनका स्वामी है और मंगल का रत्न मूंगा पहनने से मंगल की पॉवर बढ़ती है. जिससे उनके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता, आकर्षक व्यक्तित्व एवं बल प्रदान करते हैं. मेष लग्न वाले व्यक्ति के अंदर साहस की कमी हो, निर्णय लेने में भ्रम की स्थिति रहती हो, खून की कमी रहती हो ऐसे लोगों के लिए मूंगा रत्न बहुत लाभकारी होता है. यही स्थिति वृश्चिक लग्न वालों के लिए भी होती है. इनका स्वामी भी मंगल है. बस समझने की बात यह है कि मेष लग्न वाला व्यक्ति अधिक ऊर्जावान होता है. इसमें तेजी अधिक होती है किंतु वृश्चिक लग्न वालों के अंदर निडरता कूट-कूट कर भरी होती है. ऐसा व्यक्ति विषम परिस्थितियों में भी सहजता से जीवन यापन करने में सक्षम होता है. यदि अज्ञात भय का अनुभव हो तो मूंगा रत्न रामबाण साबित होगा. 


सिंह लग्न व सिंह राशि वालों के लिए मूंगा भाग्य को चमकाने वाला होता है. सिंह वालों के भाग्य का आधिपत्य मंगल के हाथ में होता है और यदि सिंह वालों को ऐसा लगे कि उनकी मेहनत अधिक है, उनको फल नहीं मिल रहा है. उनकी किस्मत साथ नहीं दे रही है तो भाग्य को जगाने के लिए मूंगा रत्न एक अलार्म की तरह काम करता है, साथ ही यह मंगल सुख देने वाला भी होता है.


धनु लग्न और राशि के लिए मंगल बुद्धि एवं क्रिएटिविटी का स्वामी होता है, साथ ही यह खर्च के भाव का भी स्वामी होता है. एक बात सदैव ध्यान रखनी चाहिए कि मूंगा रत्न क्रूर ग्रह मंगल का रत्न है, इसलिए व्यक्तिगत जन्मपत्री को ठीक से अवलोकन करने के पश्चात ही रत्न विद्वान की सलाह से धारण करना चाहिए ताकि मूंगे का पूर्ण शुभ फल प्राप्त हो सके. 


कुंडली में कमजोर ग्रहों को मजबूत करने के लिए रत्न पहनने की सलाह दी जाती है. मूंगे का प्रयोग प्राचीन काल से ही आभूषणों में किया जा रहा है. भारत में यह सदैव ही सर्वमान्य रत्न माना जाता है. इस रत्न की आकर्षक आभा और रंग के कारण मूंगे को नवरत्नों में शामिल किया गया है, लेकिन यह और रत्नों के समान अधिक मूल्यवान नहीं होता है. सभी रत्नों की तरह यह कोई खनिज पदार्थ नहीं है. मूंगे की उत्पत्ति समुद्र से हुई है. यह एक वनस्पति है. देखने में इसका रूप बेल शाखा के शाखाओं जैसा लगता है.


मूंगा रत्न धारण करने के लाभ हानि



  1. मूंगा धारण करने से साहस व आत्मविश्वास में वृद्धि होती है.

  2. उदासी व मानसिक अवसाद पर काबू पाने के लिए मूंगा रत्न अवश्य धारण करना चाहिए.

  3. मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों, पुलिस, आर्मी, डॉक्टर, प्रॉपर्टी का काम करने वाले, हथियार निर्माण करने वाले, सर्जन, हार्डवेयर व इंजीनियर आदि लोगों को मूंगा पहनने से विशेष लाभ होता है.

  4. किसी व्यक्ति को रक्त से सम्बन्धित कोई समस्या रहती है तो उसे मूंगा पहनने से फायदा मिलता है.

  5. मंगल का प्रभावी़ रत्न मूंगा आत्‍मविश्‍वास और साहस बढ़ाता है. लेकिन ग्रहों की दशा के अनुसार मूंगा पहनना महंगा भी पड़ सकता है.

  6. आप यदि मंगली हैं तो इसका भार जीवनसाथी के जीवन पर बहुत अधिक पड़ता है. जिससे उसकी जान भी जा सकती है.

  7. पारिवारिक कलह, कुटुंब से मनमुटाव और वाणी में दोष भी उत्पन्न करता है. भले वाणी साथ हो, लेकिन कटु वचन से सब कुछ बिगड़ जाता है.

  8. किसी भी कारण से शनि और मंगल की युति हो जाए तो मूंगा पहनने से पहले सलाह ले लेनी चाहिए.

  9. आप कोई ऐसे कर्मक्षेत्र से जुड़े हुए हैं जिसका संबंध रक्त से हैं तो मूंगा पहनना आपके लिए अत्यंत शुभ होता है.


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