Gemology: इस रत्न को पहनते ही चमक जाता है व्यक्ति का भाग्य, जानें पहनने की सही विधि
Gemology: रत्न शास्त्र में ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने और शुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिए रत्न धारण किया जाता है. अगर सही समय पर सही रत्न धारण किया जाए तो स्थितियों को कंट्रोल किया जा सकता है.
Gemology: रत्न शास्त्र (Gemology) में ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने और शुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिए रत्न धारण की सलाह दी जाती है. अगर सही समय पर सही रत्न धारण किया जाए तो स्थितियों को कंट्रोल किया जा सकता है. रत्न शास्त्र में खूनी नीलम रत्न को शनि-मंगल ग्रह का प्रतिनिधि रत्न माना जाता है. ये रत्न दो ग्रहों पर एक साथ असर डालता है. आइए जानते हैं खूनी नीलम पहनने के फायदे और धारण करने की सही विधि.
इसे पहनने से मिलती है अपार सफलता
रत्न शास्त्र में व्यक्ति की ग्रह दशा और उसके प्रभावों को देखते हुए ज्योतिष रत्न धारण करने की सलाह देते हैं. खूनी नीलम खून जैसे रंग का नीलम होता है. लेकिन इसे अंग्रेजी में ब्लू नीलम के नाम से जाना जाता है. बता दें कि नीलमणि जैसे रंग के नीलम में गहरे गुलाबी या खून जैसे लाल रंग के धब्बे होते हैं. इसे ही खूनी नीलम कहा जाता है. रत्न शास्त्र के अनुसार यह बहुत ताकतवर होता है. जिसे ये रत्न सूट कर जाता है, उसे फर्श से अर्श पर ले आता है. इतना ही नहीं, व्यक्ति को जीवन मेंअपार सफलता मिलती है. लेकिन अशुभ होने पर नकारात्मक प्रभाव देता है.
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खूनी नीलम कौन पहन सकता है
- किसी व्यक्ति की कुंडली में वृश्चिक लग्न और मकर राशि में हो और मंगल छठे आठवें या बारहवें स्थान में हो तो ऐसे में व्यक्ति को खूनी नीलम धारण करने की सलाह दी जाती है.
- मेष राशि और मकर लग्न हो शनि में मंगल की महादशा चल रही हो तब भी खूनी नीलम पहनने की सलाह दी जाती है.
- वृषभ लग्न और वृश्चिक राशि हो या वृषभ लग्न और मेष राशि हो उस स्थिति में भी व्यक्ति को खूनी नीलम धारण करना चाहिए.
- मेष लग्न और मेष राशि हो मंगल निर्बल हो और शनि अच्छे स्थानों में स्थित हो तब भी ब्लू नीलम धारण किया जा सकता है.
- अगर किसी जातक की कुंभ लग्न और मेष राशि या मेष लग्न और कुंभ राशि हो, तब भी ब्लू नीलम धारण किया जा सकता है.
- मकर लग्न और मकर ही राशि हो मंगल चौथे, आठवें या बारहवें घर में विराजमान हो और शनि इन स्थानों में ना हो, तब भी ज्योतिष ब्लू नीलम धारण करने को कहते हैं.
- अगर मंगल और शनि दोनों कुंडली में उच्च के स्थित हों उस समय भी खूनी नीलम धारण कर सकते हैं.
यूं धारण करें ब्लू नीलम
मान्यता है कि ब्लू नीलम सोने की बजाय प्लेटिनम या पंच धातू में ही धारण करें. साथ ही, कहते हैं कि जातक को ब्लू नीलम उस हाथ में धारण करना चाहिए, जिस हाथ से व्यक्ति काम करता हो. अर्थात बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों को बाएं हाथ में ही धारण करना चाहिए. बता दें कि ब्लू नीलम मध्यमा उंगली में धारण करना चाहिए. अगर कोई व्यक्ति ब्लू नीलम पहनना चाहता है तो उसे किसी भी महीने के कृष्ण पक्ष के शनिवार शाम के समय इसे धारण करना चाहिए.
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