ग्रहों के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए ये जड़ी बूटियां हैं चमत्कारी, रत्न के समान ही होती हैं फलदायी
रत्न शास्त्र में कई रत्नों के बारे में बताया गया है, जो ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने में मददगार होते हैं. हर रत्न किसी न किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है. रत्नों के पहनने के कई नियम होते हैं.
रत्न शास्त्र में ऐसे बहुत से रत्नों के बारे में बताया गया है, जो ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने में मददगार होते हैं. हर रत्न किसी न किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है. रत्नों के पहनने के कई नियम होते हैं, उन्हें ध्यान में रखकर अगर न पहना जाए तो रत्न विपरीत असर डालते हैं. लेकिन ज्योतिष शास्त्र में ऐसी कई जड़ीबूटियों के बारे में बताया गया है, जिनके इस्तेमाल से अशुभ ग्रहों के प्रभाव को कम किया जा सकता है. आइए जानते हैं इन जड़ी बूटीयों के बारे में.
– कुंडली में सूर्य के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए ज्योतिष माणिक्य रत्न धारण करने की सलाह देते हैं. लेकिन अगर आप ये रत्न खरीद कर नहीं पहन सकते, तो बेल के पेड़ की जड़ को लाल रंग के कपड़े में बांधकर उसका पूजन करने से माणिक्य जैसा काम ही करेगा.
– चंद्र कमजोर होने पर खिरनी की जड़ को सोमवार के दिन धारण करें. बता दें कि खिरनी की जड़ सफेद मोती के समान काम करती है. इसका चयन सोमवार के दिन ही करें.
– वहीं, मंगल के शुभ फल प्राप्त करने के लिए अनंतमूल की जड़ धारण करने की सलाह दी जाती है. मंगलवार को लाल रंग के कपड़े में बांधकर इसे धारण कर लें. ये मूंगे का विकल्प होता है.
– बुध ग्रह के अशुभ प्रभावों को कम करने और शुभ फल की प्राप्ति के लिए विधारा की जड़ को हरे कपड़े में बांध लें. और बुधवार के दिन धारण करें. ये जड़ पन्ने के समान फलदायी मानी गई है.
– गुरु ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए केले की जड़ को गुरुवार के दिन पीले कपड़े में बांध लें और धारण करें. ये पुखराज जैसा परिणाम देगी. वहीं, हल्दी के टुकड़े को पीले कपड़े में बांधकर इस्तेमाल करने से भी बृहस्पति देव मजबूत होते हैं.
– गूलर का पेड़ शुक्र ग्रह के लिए उपर्युक्त मानते हैं. ये हीरे के समान फलदाई होता है.
– शनि ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए शमी की जड़ को नीले रंग के कपड़े में बांध दें और शनिवार के दिन ही धारण करें. नीलम रत्न के सामान ही फलदायी होता है.
– सफेद चंदन के टुकड़े नीले कपड़े में बांध लें और बुधवार के दिन धारण करने से राहु के कष्टों को दूर किया जा सकता है.
- वहीं, केतु के शुभ प्रभाव प्राप्त करने के लिए अश्वगंधा की जड़ को नीले वस्त्र में बांधकर गुरुवार के दिन धारण करना चाहिए.
सुझाव-
कोई भी रत्न या जड़ीबूटियों को धारण करने से पहले ज्योतिष से सलाह अवश्य ले लें. क्योंकि गलत चीज धारण करने से उसके प्रतिकूल प्रभाव भी झेलने पड़ सकते हैं.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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