ऐसे घरों में नहीं होता है मां लक्ष्मी का वास, कहीं इसमें आपका घर भी तो नहीं, जरूर पढ़ें नहीं तो बनी रहेगी धन का कमी
Vaastu Shaastra 2020: कुछ घरों की बनावट और उसमें रहने वाले लोगों का रहन-सहन ऐसा होता है जिसके चलते उस घर में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है. आइये जानें इसके बारे में.
Vaastu Shaastra 2020: घर में सुख-शांति और समृधि बनाए रखने के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि घर में मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और जातक के घरों में धन की वर्षा करती है. इससे घर में धन की कभी कमी नहीं होती है. हालांकि कभी –कभी घर में बहुत पूजा-अर्चना करने के बाद भी घर में बरकत नहीं होती है. अगर आप भी चाहते हैं कि मां लक्ष्मी की कृपा से आपके घर में आर्थिक परेशानी कभी न हो तो शुक्रवार को इस विधि से मां लक्ष्मी की पूजा करें.
इस पूजन विधि से करें मां लक्ष्मी की पूजा तो होगी घर में बरकत
अगर आपके हाथों में पैसा नहीं रुकता है बहुत अधिक खर्च होता है तो आप पूजा स्थल पर मां लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर लगाएं जिसमें मां लक्ष्मी कड़ी हों और उनके हाथों से धन गिर रहा हो. मां की तस्वीर के सामने घी का दीपक जरूर जलाएं.मां लक्ष्मी को इत्र चढ़ाएं. उसी इत्र का नियमित उपयोग करें.
अगर आपके हाथों से बेवजह धन खर्च हो रहा है. तो मां के चरणों में प्रतिदिन 1 रूपये का सिक्का अर्पित करें और महीने के अंत में इसे इकट्ठा करके किसी सौभाग्यशाली स्त्री को दान करें.
अगर आपको अक्सर धन की परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो आप निम्नलिखित गलतियों में सुधार करें.
- जिन घरों में पूजा का दीपक फूंक मारकर बुझाया जाता है उस घरों में मां लक्ष्मी नहीं रूकती हैं.
- टूटी हुई कंघी से बाल संवारना घर में धन के लिए अपशगुन माना जाता है.
- यदि आप रात में बिना पैर धोये या गीले पैर ही सो जाते हैं तो यह धन के लिए अपशगुन है. ऐसा कतई न करे.
- अगर आपके घर में रात के जूठे बर्तनों का ढेर लगा रहता है और उसे सुबह साफ़ किया जाता है तो ऐसे घर में लक्ष्मी नहीं ठहरती है. इस आदत में सुधर करें.
- अगर आपको नाखून चबाने या दांतों से काटने की आदत है तो यह भी धन के लिए अच्छा नहीं है. ऐसी आदत को बदलें.
- जिन घरों में सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाया जाता है वहां लक्ष्मी नहीं ठहरती है.
- जिन घरों में नियमित शंखनाद नहीं होता है और देवी देवताओं को गाली दी जाती है. वहां भी लक्ष्मी का वास नहीं होता है.
- जिन घरों में पितृपक्ष में पितरों का श्राद्ध नहीं किया जाता है वहां लक्ष्मी नहीं रुकती.