Govardhan 2024 Date: हिंदू धर्म में हर पूजा-पाठ, त्योहार का अपना महत्व है. दिवाली (Diwali) के अगले दिन मनाया जाता है गोवर्धन का पर्व. इस खास दिन पर भगवान कृष्ण (Lord Krishna) ने इन्द्र देवता (Indra Dev) को पराजित किया था. इसीलिए इस दिन को गोवर्धन पूजा के नाम से जाना जाता है.
गोवर्धन (Govardhan) का पर्व दिवाली के पांच दिवसीय उत्सव में मनाया जाता है. पांच दिवसीय उत्सव में धनतेरस, छोटी दिवाली, दिवाली, गोवर्धन, भाई दूज पर्व आते हैं.
गोवर्धन 2024 तिथि (Govardhan Puja 2024 Tithi)
- प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 01 नवंबर 2024, शाम को 6.16 मिनट पर होगी.
- प्रतिपदा तिथि समाप्त 02 नवंबर 2024, रात 8.21 मिनट पर होगी.
- उदयातिथि होने के कारण साल 2024 में गोवर्धन का पर्व 2 नंवबर, 2024 शनिवार के दिन मनाया जाएगा.
गोवर्धन 2024 मुहूर्त (Govardhan 2024 Muhurat)
- गोवर्धन पूजा का प्रातःकाल मुहूर्त है सुबह 6:31 से 7.44 मिनट तक
- कुल अवधि- 2.13 मिनट रहेगी.
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन का पर्व मानाया जाता है. गोवर्धन पूजा रो अन्नकूट पूजा भी जाता है. इस दिन गेहूं, चावल जैसे अनाज, बेसन से बनी कढ़ी और पत्ते वाली सब्जियों से बने भोजन को पकाया जाता है और भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है.
गोवर्धन पूजा का महत्व (Importance of Govardhan Puja)
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, एक बार भगवान इंद्र ब्रिजवासियों से क्रोधित हो गए और भारी बारिश कर दी. भगवान इंद्र के प्रकोप से ब्रजवासियों को बचाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली से उठा लिया था. तभी से हर साल गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है. इस दिन को प्रकृति की सेवा और पूजा के रुप में मानाया जाता है.
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