Guru Dosha in Horoscope: ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को देवगुरु कहा जाता है. यदि किसी की कुंडली में देवगुरु मजबूत स्थिति में हो तो उसके जीवन में खुशहाली रहती है और व्यक्ति की किस्मत चमक जाती है. वह व्यक्ति किसी भी व्यक्ति को अपने ज्ञान के सामने झुकने को मजबूर कर देता है. ऐसे लोगों को बहुत ही तरक्की मिलती है.


जीवन में कभी धन-वैभव और सुख समृद्धि की कभी कमी नहीं होती है. परन्तु गुरु जब कमजोर स्थिति में होते हैं तो जीवन में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. भाग्य साथ नहीं देता और वैवाहिक दिक्कते आती हैं. आइये जानें इन्हें मजबूत करने के आसान उपाय या तरीके:-


कुंडली में स्थति गुरु दोष के प्रभाव को दूर करने के उपाय



  1. यदि आपकी कुंडली में गुरुदोष है तो इसके प्रभाव को खत्म करने के लिए गुरूवार के दिन पानी में दो चुटकी हल्दी डालकर स्नान करें. इसके बाद ‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:’ मंत्र का जाप करें. मत्थे पर केसर का तिलक लगाएं. केले के वृक्ष में जल चढ़ाएं और धुप-दीप से आरती करें.

  2. नियमित रूप से प्रतिदिन प्रातःकाल स्नानादि करके 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. इससे आपका गुरु तो मजबूत होंगे ही, साथ ही सूर्य ग्रह भी मजबूत स्थिति में होंगे. हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र को बहुत शक्तिशाली मंत्र माना गया है.

  3. देव गुरु बृहस्पति की कृपा पाने के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन पीले हकीक की माला से ‘ऊँ ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय नम:’ के मंत्र का जाप करना चाहिए. यदि रोज न हो सके तो गुरूवार के दिन अवश्य करें.

  4. गुरुवार के किसी मंदिर में जाकर किसी जरूरतमंद बच्चे को किताबें दान करें और किसी गरीब को चने की दाल दान में दें. धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है और इनका दुष्प्रभाव कम होता है.

  5. यदि कुंडली में गुरु दोष हो तो गुरुवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करें एवं विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें. इससे गुरु दोष का प्रभाव कम हो जाएगा.