(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Guru Purnima 2023: गुरु पूर्णिमा पर क्यों लेते हैं दीक्षा, जानें इस दिन दीक्ष प्राप्ति से जुड़े महत्व
Guru Purnima 2023: आषाढ़ पूर्णिमा या गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरु से दीक्षा लेते हैं. दीक्षा का अर्थ है दिशाहीन जीवन को दिशा देना.जानें गुरु पूर्णिमा के दिन दीक्षा का महत्व और मुहूर्त.
Guru Purnima 2023: हिंदू धर्म में हर साल आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि के दिन गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है. गुरु पूर्णिमा के दिन को महापर्व और महाउत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस साल गुरु पूर्णिमा का पर्व सोमवार 03 जुलाई 2023 को है.
गुरु वह है तो हमारे जीवन से अज्ञानता के अंधकार को दूर करते हैं. पौराणिक समय से ही जीवन में गुरु का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. समाज और समाज के निर्माण प्रकिया में भी गुरु अभिन्न अंग हैं. वेद-पुराणों में तो गुरु को देवताओं के समान बताया गया है.
क्या है गुरु दीक्षा?
हिंदू धर्म में प्राचीन समय से दीक्षा की परंपरा रही है. दीक्षा से हमारे दिशाहीन जीवन को दिशा मिलती है. दीक्षा एक प्रकार से शपथ, अनुबंधन या संकल्प है. हिंदू धर्म से लेकर सिक्ख, जैन और बौद्ध धर्म में भी दीक्षा की परंपरा रही है. सिक्ख में इसे अमृत संचार कहा जाता है.
हिंदू धर्म में कुल 64 प्रकार से दीक्षा दी जाती है. इसमें समय दीक्षा, मार्ग दीक्षा, शाम्भवी दीक्षा, चक्र जागरण दीक्षा, विद्या दीक्षा, पूर्णाभिषेक दीक्षा, उपनयन दीक्षा, मंत्र दीक्षा, जिज्ञासु दीक्षा, कर्म संन्यास दीक्षा, पूर्ण संन्यास दीक्षा आदि जैसे दीक्षा शामिल होते हैं.
कब लेनी चाहिए गुरु दीक्षा?
गुरु पूर्णिमा के दिन बहुत से लोग गुरु बनाते हैं और गुरु से दीक्षा भी लेते हैं. अगर आपका कोई गुरु नहीं है तो आप इच्छानुसार गुरु पूर्णिमा के महत्वपूर्ण दिन पर किसी विद्वान गुरु से दीक्षा ले सकते हैं. गुरु हमेशा आपके जीवन का मार्गदर्शन करेंगे और इससे आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आएगा. शास्त्रों में दीक्षा लेने और देने दोनों के हीक बहुत पवित्र काम माना गया है.
कैसे लें गुरु दीक्षा?
अगर आप पहले गुरु दीक्षा ले चुके हैं तो आपके गुरु ने कान में जो गुप्त गुरु मंत्र बताया हो गुरु पूर्णिमा के दिन उसी मंत्र का जाप करें. वहीं आपने यदि कोई आध्यात्मिक गुरु नहीं बनाया है या किसी से अबतक गुरु दीक्षा या मंत्र नहीं लिया है तो भगवान विष्णु को अपना गुरु मानकर प्रणाम करें और गुरु पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करें.
गुरु पूर्णिमा पर दीक्षा लेने का मुहूर्त
गुरु पूर्णिमा के दिन ब्रह्म योग और इंद्र योग बन रहा है. इन शुभ योगों में आप गुरु से दीक्षा ले सकते हैं.
- ब्रह्म योग: रविवार 02 जुलाई रात 07:26 से 03 जुलाई दोपहर 03:45 तक
- इंद्र योग: सोमवार 03 जुलाई दोपहर 03:45 से 04 जुलाई सुबह 11.50 तक
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