Guru Pushya Yog February 2024: 22 फरवरी 2024 को गुरु पुष्य योग का संयोग बन रहा है. इस शुभ योग में किए गए कार्यों में सफलता और शुभता में वृद्धि होने के साथ साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी मिलता है. गुरु पुष्य नक्षत्र 27 नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है. देवगुरु बृहस्पति इस नक्षत्र के देवता हैं और शनि देव को इस नक्षत्र की दिशा का प्रतिनिधित्व करने का गौरव प्राप्त है.
बृहस्पति को शुभता, बुद्धिमत्ता और ज्ञान का प्रतीक माना गया है वहीं शनिदेव को स्थायित्व का. इसलिए इन दोनों का योग मिलकर पुष्य नक्षत्र को शुभ और चिर स्थायी बना देता है. साथ ही मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम का जन्म भी पुष्य नक्षत्र में होने से इस नक्षत्र को और भी खास बना देता है.
गुरु पुष्य नक्षत्र 2024 मुहूर्त और शुभ योग (Guru Pushya Yog 2024 Muhurat and Shubh Yog)
गुरु पुष्य नक्षत्र : गुरुवार, 22 फरवरी 2024 को सुबह 07 बजकर 12 मिनट से शाम 04 बजकर 43 मिनट तक रहेगा.
शुभ योग: शुभ योग और ग्रहों की स्थिति देखें तो इस दिन रवि योग, सर्वाअमृत योग, सौभाग्य योग और बुधादित्य योग रहने से इस संयोग का शुभ फल और बढ़ जाएगा. साथ ही इस दिन सूर्य, शनि, और बुध कुंभ राशि में, चंद्रमा कर्क राशि में विराजमान रहेंगे. ग्रहों का ये संयोग काफी शुभ माना जाता है.
कैसे होते हैं गुरु पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग
इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति उदार, सहनशील और परोपकारी होते हैं. धर्म-कर्म में इनकी गहरी आस्था होती है. लेकिन बचपन में इन्हें काफी संघर्ष करना पड़ता है.
किन कामों के लिए गुरु पुष्य योग शुभ (Guru Pushya Yog Auspicious Work)
गुरु पुष्य नक्षत्र के इस शुभ संयोग में यात्रा शुरू करना, विद्या ग्रहण करना, नए शिक्षण संस्थान में प्रवेश लेना हो या फिर गुरु से मंत्र शिक्षा, आध्यात्मिक उन्नति, धार्मिक अनुष्ठान, राजकीय कार्यों में सफलता दिलाने के साथ ही ये योग लीडरशीप क्वालिटी भी बढ़ाता है. पुष्य नक्षत्र की धातु सोना है. इसलिए इस योग में सोना खरीदने से समृद्धि बनी रहती है. रियल एस्टेट, म्यूचल फंड, शेयर, व्हीकल, लांग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए यह दिन बहुत भाग्यशाली रहेगा.
गुरु पुष्य योग उपाय (Guru Pushya Yog Upay)
1. जिन लोगों की कुंडली में चांडाल दोष, श्रापित दोष, पितृ दोष, विष दोष, अंगारक दोष, साढ़ेसाती, गुरु या शनि की दशा चल रही है, वे लोग इस दिन विष्णु सस्त्रनाम का पाठ करें, पीली वस्तुओं का दान करें.
2. घर में सम्पन्नता बनी रहे इसके लिए श्रीविष्णु लक्ष्मी जी पर हल्दी चढ़ाकर उस चढ़ी हल्दी में थोड़ा पानी मिलाकर उससे अपनी तिजोरी पर “श्री” लिखें.
3. व्यापार में उन्नति के लिए एकाक्षी नारियल को लाल कपडे में लपेटकर मंदिर में रखें और स्फटिक माला से ऊँ ऐं हृं श्रीं एकाक्षिनालिकेराय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें.
4. सदैव माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए दक्षिणावर्ती शंख में केसर मिश्रित दूध को डालकर मां लक्ष्मी जी का अभिषेक कर, घी का दीपक जलाएं.
5. घर में सुख-समृद्धि का वास रहे, इसके लिए घी मिश्रित गुड़ को रोटी के साथ गाय को खिलाएं.
6. पारिवारिक कलह से मुक्ति और परिवार में प्रेम के लिए संध्या आरती के बाद कर्पूर से पीली सरसों जलाकर पूरे घर में घुमाएं.
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