एक्सप्लोरर

चुनाव परिणाम 2024

(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)

Gyan Ki Baat: ‘तू’ कहकर क्यों नहीं बोलना चाहिए ? शास्त्रों में छिपा है इसका राज

Gyan Ki Baat: बच्चे के जन्म के बाद हर माता पिता उसे अच्छे संस्कार देने का प्रयास करते हैं, लेकिन जब कोई बच्चा या व्यक्ति ‘तू’ कहकर बोलता है वह संबोधन अच्छा नहीं माना जाता.

Gyan Ki Baat: सनातन धर्म नित्य-नूतन, निरंतर और चिर पुरातन है. सनातन धर्म अथवा हिन्दू धर्म में सब कार्य व्यवस्थित होते हैं. हर चीज के पीछे कोई न कोई कारण अथवा तर्क होता है. यह सब हिन्दू धर्म शास्त्रों में विस्तार से लिखा हुआ है. लेकिन, आज की तेज गति से चलने वाली दुनिया में हिन्दू धर्म शास्त्रों का अध्ययन करने का समय लोगों को नहीं मिलता है. ये भी कहा जा सकता है कि लोग पढ़ना ही नहीं चाहते.

स्तंभकार, डॉ. महेंद्र ठाकुर के अनुसार हिन्दू धर्म शास्त्रों का अध्ययन न करने के पीछे चाहे जितने भी कारण या बहाने हों, लेकिन एक मूल कारण मैकॉले की अंग्रेजी शिक्षा पद्धति भी है. हिन्दू जीवन पद्धति या परंपरा में संस्कारों का बहुत महत्त्व है. इसमें बालक के गर्भ में आने से पहले से लेकर जन्म लेने के बाद जीवनयापन करने और मृत्यु पर्यंत तक संस्कारों की एक सुंदर व्यवस्था है. आज भी 16 संस्कार प्रचलन में हैं.

जब कोई बच्चा या व्यक्ति अभद्रता से बात करता है या व्यवहार करता है तो लोग कहते हैं कि ‘इसको संस्कार नहीं सिखाये गए हैं’ या ‘ये कुसंस्कारी है’. जब कोई बच्चा या व्यक्ति अपने से बड़ी आयु के व्यक्ति को ‘तू’, ‘तेरा, तेरी, तुझे आदि वचन बोलकर या तू-तड़ाक से बात करता है तो लोग असहज हो जाते हैं. बल्कि बुरा माना जाता है. अपने से बड़ों से ‘तू’ कहकर बात करना संस्कारहीनता माना जाता है. प्रश्न उठता है ऐसा क्यों? इसके पीछे क्या कारण है कि छोटे आयु के लोगों या बच्चों द्वारा बड़ों को ‘तू’ शब्द का संबोधन संस्कारहीनता माना जाता है?

अपने से बड़ों को ‘तू’, ‘तेरा/तेरी’, तुझे आदि का संबोधन क्यों नहीं करना चाहिए? इस प्रश्न का उत्तर महर्षि वेदव्यास रचित और भगवान श्री गणेश द्वारा लिखित महाभारत में के आधार पर देने का प्रयास किया गया है. इस प्रश्न के उत्तर की पूरी पृष्ठभूमि महाभारत के कर्ण पर्व के अध्यायों 65-71 में हैं.

महाभारत के अनुसार भीमसेन को युद्ध का भार सौंपकर श्रीकृष्ण और अर्जुन युधिष्ठिर के पास जाते हैं. उनके अपने पास आने पर युधिष्ठिर अर्जुन से भ्रमवश कर्ण के मारे जाने का वृत्तान्त पूछते हैं. युधिष्टिर के पूछने पर अर्जुन युधिष्ठिर से अब तक कर्ण को न मार सकने का कारण बताते हैं और उसे मारने के लिये प्रतिज्ञा करते हैं.

अर्जुन के मुख से ऐसा सुनकर युधिष्ठिर अत्यंत क्रोधित हो गए और अर्जुन का अपमान करते हुए बहुत बुरे वचन कहे. क्रोधवश कटु वचन कहते हुए युधिष्ठिर ने अर्जुन से अपना गांडीव धनुष श्रीकृष्ण को देने या किसी दूसरे राजा को देने की बात कही (कर्ण पर्व, अध्याय 68, श्लोक 26-27), इतना ही नहीं श्लोक 30 में युधिष्टिर ने अर्जुन को धिक्कारते हुए कहा, “धिक्कार है तुम्हारे इस गाण्डीव धनुष को, धिक्कार है तुम्हारी भुजाओं के पराक्रम को, धिक्कार है तुम्हारे इन असंख्य बाणों को, धिक्कार है हनुमान्‌ जी के द्वारा उपलक्षित तुम्हारी इस ध्वजा को तथा धिक्कार है अग्निदेव के दिये हुए इस रथको”.   

युधिष्ठिर के ऐसा कहने पर अर्जुन को बड़ा क्रोध आया. उन्होंने युधिष्ठिर को मार डालने की इच्छा से तलवार उठा ली. उस समय उनका क्रोध देखकर भगवान् श्रीकृष्ण ने अर्जुन से पूछा कि ‘पार्थ! यह क्या? तुमने तलवार कैसे उठा ली?’. और अर्जुन को बहुत डांट लगायी. इस पर अर्जुन भगवान् श्रीकृष्ण से अपनी प्रतिज्ञा या व्रत के बारे में बताते हैं,

मनुष्यों में से जो कोई भी मुझसे यह कह दे कि  तुम अपना गाण्डीव धनुष किसी दूसरे ऐसे पुरुष को दे दो जो अस्त्रों के ज्ञान अथवा बल में तुमसे बढ़कर हो; तो केशव ! मैं उसे बलपूर्वक मार डालूँ. इसी प्रकार भीमसेन को कोई ‘मूँछ दाढ़ीरहित’ कह दे तो वे उसे मार डालेंगे, वृष्णिवीर ! राजा युधिष्ठिर ने आपके सामने ही बारंबार मुझसे कहा है कि ‘तुम अपना धनुष दूसरे को दे दो” (कर्ण पर्व, अध्याय 69, श्लोक 62-63).

अर्जुन आगे कहते हैं कि यदि वह युधिष्ठिर को मार डालेंगे तो स्वयं भी जीवित नहीं रहेंगे. इसके बाद अर्जुन भगवान श्री कृष्ण से ऐसा उपाय पूछते हैं जिससे उनकी प्रतिज्ञा की रक्षा भी हो जाए और दोनों भाइयों के प्राण भी बच जाए.

अर्जुन के पूछने पर भगवान् श्रीकृष्ण ने अर्जुन को समझाया कि युधिष्टिर ने कटु वचन क्यों कहें. फिर इसी अध्याय में अर्जुन की प्रतिज्ञा की रक्षा के लिए उपाय बताते हुए कहा, “

यदा मानं लभते माननार्हस्तदा स वै जीवति जीवलोके ।

यदावमानं लभते महान्तं तदा जीवन्मृत इत्युच्यते सः ।। 81 ।।

अर्थात्: इस जीवजगत में माननीय पुरुष जब तक सम्मान पाता है, तभी तक वह वास्तव में जीवित है। जब वह महान् अपमान पाने लगता है, तब वह जीते-जी मरा हुआ कहलाता है.

त्वमित्यत्रभवन्तं हि ब्रूहि पार्थ युधिष्ठिरम् ।

त्वमित्युक्तो हि निहतो गुरुर्भवति भारत ।। 83 ।।

अर्थात्:  पार्थ! तुम युधिष्ठिर को सदा ‘आप’ कहते आये हो, आज उन्हें 'तू' कह दो। भारत ! यदि किसी गुरुजन को 'तू' कह दिया जाए तो यह साधु पुरुषों की दृष्टि में उस का वध ही हो जाता है.

अगले श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण ने एक श्रुति के बारे में बताया जिसके देवता अथर्वा और अंगिरा हैं.

अवधेन वधः प्रोक्तो यद् गुरुस्त्वमिति प्रभुः ।

तद् ब्रूहि त्वं यन्मयोक्तं धर्मराजस्य धर्मवित् ।। 86 ।।

उस श्रुति का भाव यह है- ‘गुरु को तू कह देना उसे बिना मारे ही मार डालना है’। तुम धर्मज्ञ हो तो भी जैसा मैंने बताया है, उसके अनुसार धर्मराज के लिये ‘तू’ शब्द का प्रयोग करो.

भगवान श्रीकृष्ण के वचन सुनने के बाद अर्जुन ने ऐसा ही किया और बाद में ग्लानी से भर गए. इस आत्मग्लानि

से बाहर निकालने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को एक और उपाय बताया. अर्जुन के वैसा करने के बाद दोनों भाइयों का पुनः मिलन हो गया.

सार यह है कि अपने से बड़ों को ‘तू’ कहकर संबोधित नहीं करना चाहिए. इसका शास्त्रीय प्रमाण महाभारत में है. महाभारतकाल में भगवान श्रीकृष्ण के पृथ्वी छोड़ने के बाद ही कलियुग आगमन हुआ और यह शास्त्रीय ज्ञान हमारी परपंरा में प्रचलित हो गया.

नारायणायेती समर्पयामि.......

Sindoor: पति के हाथ से सिंदूर लगाने से क्या होता है?

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Dharma LIVE

ABP Shorts

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

KL Rahul Half Century: यशस्वी-राहुल ने शतकीय साझेदारी से पर्थ में रचा इतिहास, 2004 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
यशस्वी-राहुल ने पर्थ टेस्ट में रचा इतिहास, 2004 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
पूरा दिन वोटिंग के बाद EVM मशीन 99% कैसे चार्ज हो सकती है?, पति फहाद अहमद की हुई हार, तो स्वरा भास्कर ने पूछे ECI से सवाल
पति की हुई हार तो स्वरा भास्कर ने उठा दिए ईवीएम पर सवाल
Maharashtra Election Result: शिवसेना-एनसीपी में बगावत, एंटी इनकंबेंसी और मुद्दों का अभाव...क्या हिंदुत्व के सहारे महाराष्ट्र में खिल रहा कमल?
शिवसेना-एनसीपी में बगावत, एंटी इनकंबेंसी और मुद्दों का अभाव...क्या हिंदुत्व के सहारे महाराष्ट्र में खिल रहा कमल?
Maharashtra Assembly Election Results 2024: शिंदे की सेना या उद्धव ठाकरे गुट, चाचा या भतीजा और बीजेपी कांग्रेस... कौन किस पर भारी, जानें सारी पार्टियों का स्ट्राइक रेट
शिंदे की सेना या उद्धव ठाकरे गुट, चाचा या भतीजा और बीजेपी कांग्रेस... कौन किस पर भारी, जानें सारी पार्टियों का स्ट्राइक रेट
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

UP Bypoll Results 2024: 7-2 उपचुनाव में अखिलेश के गणित पर भारी पड़े योगी | SP | Akhilesh Yadav | BJPAssembly Election Results: महायुति बंपर जीत की ओर, कांग्रेस नेता से संदीप चौधरी के तीखे सवालMaharashtra Election Result : जीत के बाद योगी का बड़ा बयान, देश में मचा भूचाल! | CM Yogi | BJPMaharashtra Election Result : जीत के बाद फडणवीस के घर हलचल तेज, बनेंगे अगले सीएम?

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
KL Rahul Half Century: यशस्वी-राहुल ने शतकीय साझेदारी से पर्थ में रचा इतिहास, 2004 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
यशस्वी-राहुल ने पर्थ टेस्ट में रचा इतिहास, 2004 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
पूरा दिन वोटिंग के बाद EVM मशीन 99% कैसे चार्ज हो सकती है?, पति फहाद अहमद की हुई हार, तो स्वरा भास्कर ने पूछे ECI से सवाल
पति की हुई हार तो स्वरा भास्कर ने उठा दिए ईवीएम पर सवाल
Maharashtra Election Result: शिवसेना-एनसीपी में बगावत, एंटी इनकंबेंसी और मुद्दों का अभाव...क्या हिंदुत्व के सहारे महाराष्ट्र में खिल रहा कमल?
शिवसेना-एनसीपी में बगावत, एंटी इनकंबेंसी और मुद्दों का अभाव...क्या हिंदुत्व के सहारे महाराष्ट्र में खिल रहा कमल?
Maharashtra Assembly Election Results 2024: शिंदे की सेना या उद्धव ठाकरे गुट, चाचा या भतीजा और बीजेपी कांग्रेस... कौन किस पर भारी, जानें सारी पार्टियों का स्ट्राइक रेट
शिंदे की सेना या उद्धव ठाकरे गुट, चाचा या भतीजा और बीजेपी कांग्रेस... कौन किस पर भारी, जानें सारी पार्टियों का स्ट्राइक रेट
महाराष्ट्र में हिंदुत्व का बिग बॉस कौन? आंकड़े गवाही दे रहे कि बीजेपी के सामने अब कोई नहीं है टक्कर में
महाराष्ट्र में हिंदुत्व का बिग बॉस कौन? आंकड़े गवाही दे रहे कि बीजेपी के सामने अब कोई नहीं है टक्कर में
Maharashtra Assembly Election Results 2024: सीएम की कुर्सी के लिए संग्राम शुरू, छप गए पोस्‍टर, जानें फडणवीस, अजित पवार, शिंदे का क्‍या रहा रिजल्‍ट
महाराष्‍ट्र: सीएम की कुर्सी के लिए संग्राम शुरू, छप गए पोस्‍टर, जानें फडणवीस, अजित पवार, शिंदे का क्‍या रहा रिजल्‍ट
हेमंत सोरेन को मिला माई-माटी का साथ, पीके फैक्टर एनडीए के काम आया, तेजस्वी का ‘पारिवारिक समाजवाद हुआ फेल’  
हेमंत सोरेन को मिला माई-माटी का साथ, पीके फैक्टर एनडीए के काम आया, तेजस्वी का ‘पारिवारिक समाजवाद हुआ फेल’  
Police Jobs 2024: इस राज्य में भरे जाएंगे सब इंस्पेक्टर के बंपर पद, जानें कब से शुरू होगी आवेदन प्रोसेस
इस राज्य में भरे जाएंगे सब इंस्पेक्टर के बंपर पद, जानें कब से शुरू होगी आवेदन प्रोसेस
Embed widget