Hanuman Jayanti 2024: कलियुग में सिद्ध हो देव तुम्हीं..ये पंक्तियां कलियुग के देवता हनुमान जी पर लिखी गई हैं. धर्म ग्रंथों के अनुसार हनुमान जी ही एक ऐसे देव हैं जो आज भी पृथ्वी पर मौजूद हैं. त्रेतायुग में चैत्र माह की पूर्णिमा पर शिव जी ने अपना 11वां अवतार हनुमान जी के रूप में लिया था.
राम के प्रिय भक्त हनुमान जी का जन्मोत्सव इस दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. माता अंजनी और केसरी के पुत्र हनुमान जी को वानर देवता, बजरंगबली और वायु देव भी कहा जाता है. आज हनुमान जयंती मनाई जा रही है, अगले साल 2025 में हनुमान जयंती कब है, अभी से जान लें डेट, मुहूर्त.
हनुमान जयंती 2025 डेट (Hanuman Janmotsav 2025 Date)
अगले साल हनुमान जयंती 12 अप्रैल 2025 शनिवार को मनाई जाएगी. हनुमान जयंती जब मंगलवार या शनिवार के दिन हो तो भक्तों को इसका दोगुना लाभ मिलता है. हनुमान जी की पूजा से शनि देव की शुभता भी प्राप्त होती है. कष्ट दूर होते हैं.
हनुमान जयंती 2025 मुहूर्त (Hanuman Jayanti 2025 Muhurat)
पंचांग के अनुसार चैत्र पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 12 अप्रैल 2025 को प्रात: 03 बजकर 21 मिनट पर होगी और अगले दिन 13 अप्रैल 2025 को सुबह 05 बजकर 51 मिनट पर इसका समापन होगा. ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी का जन्म सूर्योदय के समय हुआ था. हनुमान जयन्ती के दिन मन्दिरों में प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में आध्यात्मिक प्रवचनों का आयोजन किया जाता है
- सुबह पूजा का मुहूर्त - सुबह 07.35 - सुबह 09.10
- शाम पूजा का मुहूर्त - शाम 06.45 - रात 08.09
हनुमान जयंती की कथा (Hanuman ji Birth Story)
पौराणिक कथाओं के अनुसार अजंना नाम की एक अप्सरा ने श्राप के कारण धरती पर जन्म लिया था. अप्सरा को इस श्राप से तभी मुक्ति मिल सकती थी, जब वह एक संतान को जन्म देती। वाल्मीकि रामायण में उल्लिखित है कि केसरी, हनुमान जी के पिता थे और वे सुमेरू के राजा भी थे. बृहस्पति देव के पुत्र थे केसरी। संतान प्राप्ति के लिए अंजना ने 12 सालों तक भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी. अंजना को संतान के रूप में हनुमान जी प्राप्त हुए। मान्यता है कि हनुमान जी भगवान शिव के ही अवतार हैं.
हनुमान जयंती की पूजा विधि (Hanuman Janmotsav Puja vidhi)
हनुमान जयंती के दिन बाबा बजरंगबली को सिंदूरी रंग का लंगोट पहनाइए. तेल या घी का दीपक लगाकर षोडोपचार विधि से पूजन करें. इस दिन की पूजा में भगवान हनुमान को गुड़ और चने का भोग लगाएं. ऐसा करने से धन संबंधित आपकी सभी परेशानियां दूर होगी. आरती करें, यथाशक्ति दान करें. जरुरतमंदों को भोजन कराएं, जल पिलाएं.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.