Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जी की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए, बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री से जानिए
Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती के दिन मंगलवार को उनके भक्त विशेष पूजा-अर्चना करेंगे. बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री से जानिए हनुमान जी की पूजा से जुड़े जरूरी नियमों के बारे में.
Hanuman Jayanti 2024: चैत्र पूर्णिमा के दिन 23 अप्रैल 2024, मंगलवार को देशभर में हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन हनुमान भक्त भगवान की विशेष पूजा-अर्चना करेंगे. लेकिन इस विशेष दिन पर पूजा में किसी प्रकार की कोई गलती न हो, इसके लिए जान लीजिए हनुमान जी पूजा से जुड़े नियमों के बारे में.
हिंदू धर्म में हनुमान को जागृत और शक्तिशाली देवता माना जाता है, जिनकी महिमा बड़ी निराली है. मध्य प्रदेश का बागेश्वर धाम लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है. यहां के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हैं. कहा जाता है कि इन्हें साक्षात हनुमान जी के दर्शन हुए और महाराज अपने चमत्कारों के कारण दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं. ये पर्ची निकालकर भक्तों की समस्याओं का समाधान करते हैं.
इसके साथ ही धीरेंद्र शास्त्री या बागेश्वर धाम वाले महाराज प्रवचन करते हैं, कथा सुनाते हैं और भक्तों के साथ सीधा संवाद करते हैं. साथ ही बागेश्वर सरकार भक्तों के सवाल का जवाब भी देते हैं. एक बार उन्होंने भक्त को बताया कि, हनुमान जी की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए.
हनुमान जी की कितनी परिक्रमा करें
बागेश्वर धाम वाले बाबा जी भक्त से कहते हैं कि, वैसे तो हनुमान जी की 7 परिक्रमा का वर्णन है. लेकिन भगवान का भजन और उनकी परिक्रमा गिनती से नहीं करनी चाहिए, क्योंकि जब वो अनलिमिटेड दे रहे हैं तो हमें भी अनलिमिटेड ही करना चाहिए. इसलिए जितनी सामर्थ्य हो उतना ही भजन और उतनी ही परिक्रमा करें.
आपको बता दें कि, भगवान भाव के भूखे हैं और जो भक्त सच्ची श्रद्धा या भक्ति से उनकी पूजा करते हैं, उनकी पूजा भगवान जरूर स्वीकार करते हैं. लेकिन फिर भी भक्तों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि, जाने-अनजाने में पूजा के दौरान उनसे कोई बड़ी भूल न हो जाए. आइये जानते हैं हनुमान जी की पूजा से जुड़े कुछ जरूरी नियमों के बारे में-
हनुमान जी पूजा नियम (Hanuman Puja Rules)
- हनुमान जी की पूजा में शुद्धता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखें,
- हनुमान जी की पूजा सुबह, शाम या फिर विशेष मुहूर्त में ही करनी चाहिए.
- हनुमान जी को पूजा में लाल रंग के फूल चढ़ाएं.
- जिन दिन हनुमान जी का पूजन करें, उस दिन मांस-मदिरा का सेवन भूलकर भी न करें.
- तुलसी, चरणामृत या पंचामृत का उपयोग हनुमान जी की पूजा में नहीं करनें.
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