Hanuman Jayanti 2024: चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है. इस साल हनुमान जयंती मंगलवार 23 अप्रैल 2024 को है. धरती पर देवताओं ने कई अवतारों में जन्म लिया. हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां रुद्रावतार कहा जाता है.
लेकिन हम बात करेंगे हनुमान जी के अवतार के बारे में. कलियुग में बाबा नीम करोली को भगवान हनुमान का अवतार माना जाता है. भगवान हनुमान को कलियुग का देवता कहा जाता है.
कलियुग में भगवान हनुमान के कई भक्त हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी भक्त हैं जिनका जीवन चमत्कारों से भरा है. इन्हीं में एक है बाबा नीम करोली.
लक्ष्मी नारायण शर्मा से बाबा नीम करोली बने महाराज का जीवन चमत्कारों से भरा है. इन्हीं चमत्कारों के कारण भक्त इन्हें कलियुग में साक्षात हनुमान जी का अवतार मानते हैं. आइये जानते हैं क्या सच में बाबा नीम करोली हनुमान जी के अवतार हैं या परम भक्त?
नीम करोली बाबा के कई नाम
नीम करोली बाबा का जन्म 1900 के आसपास बताया जाता है. बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के अकबरपुर में हुआ था. कहा जाता है कि केवल 17 साल की आयु में ही बाबा को ज्ञान की प्राप्ति हो गई.
वैसे तो बाबा का असली नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था. लेकिन इन्हें हांडी वाले बाबा, तिकोनिया बाबा, तलईया बाबा, नीम करोली बाबा, महाराज नीम करोली आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है.
क्या सच में हनुमान के अवतार हैं बाबा नीम करोली
नीम करोली के भक्त इन्हें इस युग का दिव्य पुरुष और हनुमान जी का अवतार मानते हैं. कहा जाता है कि, कलियुग में बाबा नीम करोली के रूप में ही हनुमान जी का जन्म हुआ.
दरअसल बाबा नीम करोली से जुड़े ऐसे कई चमत्कार हुए हैं, जोकि हनुमान जी से भी जुड़े हैं. हालांकि बाबा खुद को सामान्य मनुष्य ही मानते हैं और दूसरों को अपने पैर भी छूने नहीं देते.
नीम करोली बाबा स्वयं को हनुमान जी का भक्त मानते हैं. बाबा ने हनुमान जी के कई मंदिर भी बनवाए हैं.
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