Gudi Padwa 2024 Wishes: चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि पर गुड़ी पड़वा का त्योहार भी मनाया जाता है. इस दिन से मराठी नववर्ष की शुरुआत मानी जाती है. गुड़ी यानी विजय पताका. गुड़ी पड़वा के दिन पताका (ध्वज) लगाने की परंपरा है. मराठी समुदाय के लोग इस दिन घर के बाहर गुड़ी बांधकर उसका पूजन करते हैं और नए साल में सुख-समृद्धि बनी रहे ऐसी कामना की जाती है.
मान्यता है कि इस दिन ही छत्रपति शिवाजी महाराज ने विदेशी घुसपैठियों को युद्ध में पराजित किया था. इसी खुशी में विजय पताका लहराकर गुड़ी पड़वा पर्व मनाया जाता है. हिंदू धर्म में इस दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी. ये दिन चंद्रमा की कला का प्रथम दिवस माना जाता है. गुड़ी पड़वा के दिन एक दूसरे को मैसेज, कोट्स भेजकर इस त्योहार की शुभकामनाएं दें और खुशियां बांटें
बीते पल अब यादों का हिस्सा हैं
आगे खुशियों का नया फरिश्ता है
बाहें फैलाए करो नए साल का दीदार
आया रे आया गुड़ी पड़वा का त्योहार
चारों तरफ हो खुशियां,
मीठी पूरनपोली और गुजियां,
द्वारे सजती रंगोली की सौगात
शुभ हो आपका गुड़ी पड़वा का त्योहार
पिछली यादें गठरी में बांधकर,
करें नए साल का इंतजार
लाएं खुशियों की बारात,
ऐसी हो गुड़ी पड़वा की शुरुआत
आया रे मराठी नव वर्ष आया,
खुशियों की सौगात लाया,
हंसते गाते खुशियाँ मनाओ,
गुड़ी पड़वा पर सबको मिठाई खिलाओ
एक खूबसूरती एक ताज़गी
एक सपना एक सच्चाई
एक कल्पना एक एहसास
एक विश्वास है
अच्छे दिन और साल की शुरूआत है
गुड़ी पड़वा की शुभकामनाएं
मधुर संगीत सा साल खिले,
हर एक पल खुशियां ही खुशियां मिले,
दीया-बाती से सजाओ गुड़ी का यह पर्व,
ऐसे ही रोशन रहे मराठी नव वर्ष
गुड़ी ही विजय पताका कहलाए
पेड़-पौधों से सजता है चैत्र माह
इसलिए हिंदू धर्म में ये नववर्ष कहलाए
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