Kaal Bhairav Jayanti 2024 Wishes: काल भैरव को शिव जी का उग्र स्वरूप माना गया है. मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर काल भैरव की उत्पत्ति हुई थी. इस दिन काल भैरव जयंती मनाई जाती है, काल भैरव जयंती इस साल 22 नवंबर 2024 को है. अनैतिक और गलत कार्य करने वालों को काल भैरव दंड देते हैं. इसलिए इन्हें दंडाधिपति के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि काल भैरव की उपासना करने वालों को कभी कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता, जीवन में जो समस्या चल रही है उनका अंत हो जाता है.


गृहस्थ जीवन वालों को बटुक भैरव की पूजा करनी चाहिए, क्योंकि ये उनका सौम्य रूप है. काल भैरव की जिस पर प्रसन्नता होती है उन्हें ऊपरी बाधा, दोष, रोग कभी नहीं सताते. काल भैरव जयंती पर उनकी पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं. इस दिन आप अपनों को बाबा भैरव के भक्तिमय संदेश भेजकर इस दिन की शुभकामनाएं दे सकते हैं.


इस काल भैरव जयंती पर हम कामना करते है
आप और आपके परिवार को सुख, सम्रद्धि और शांति मिले
काल भैरव जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं

Kaal Bhairav Jayanti 2024 Wishes: काल भैरव जयंती पर ये भक्तिमय संदेश प्रियजनों को भेजकर दें शुभकामनाएं


धन, दौलत को चाहने वाला बिखर जाता है,
बाबा काल भैरव को मानने वाला निखर जाता है
काल भैरव जयंती की शुभकामनाएं


स्वास्थ्य और सुखमय जीवन के लिए काल भैरव की करें उपासना
काल भैरव जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं


मन में बिराजे काल भैरव की मूरत
ना बिगड़े सच्चे मन वाले की सूरत
काल भैरव जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं


काल भैरव की पूजा से होगी हर बाधा दूर
मिटेंगे कष्ट, न होगा कोई मजबूर
काल भैरव अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं


सार ब्रह्मांड झुकता है जिनकी शरण में
प्रणाम है उन काल भैरव के चरम में
काल भैरव जयंती की शुभकामनाएं


मिटें कष्ट सभी के, हो सारे संकट दूर
पापों का हो नाश, हो घमंड चूर-चूर
काल भैरव आप पर ऐसी कृपा बनाएं
कि काल भी रहे आपसे कोसो दूर


आज काल भैरव जयंती पर आपको उनका आशीर्वाद मिले
आपके जीवन पर बुरा साया कभी न पड़े
काल भैरव जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं


Kaal Bhairav jayanti 2024: काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए जरुर करें ये 3 काम, मिटेंगे रोग, दोष


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.