Paryushan Parv 2023 Wishes: तप, त्याग और क्षमापना का महापर्व है पर्युषण पर्व, इन शुभकामना संदेश को भेज दें अपनों को बधाई
Paryushan Parv 2023 Wishes: पर्युषण पर्व जैन धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों में एक है. श्वेतांबर और दिगंबर समाज के इस पवित्र पर्व आप इन खूबसूरत संदेशों के जरिए अपनों को बधाई दे सकते हैं.
Paryushan Parv 2023 Wishes: हर साल भाद्रपद माह में जैन धर्म के श्वेतांबर और दिगंबर समाज के लोगों द्वारा पर्युषण पर्व मनाया जाता है. इस साल 12 सितंबर 2023 को श्वेतांबर जैन पंथ के पर्युषण पर्व शुरू हुए थे जिसका समापन आज होगा. वहीं 19 सितंबर 2023 से दिगंबर जैन पंथ के पर्युषण पर्व की शुरुआत हो चुकी है जिसकी समाप्ति 29 सितंबर 2023 को होगी.
दिगंबर जैन का पर्युषण पर्व 10 दिनों तक चलता है और श्वेतांबर जैन के लोग इस पर्व को 8 दिन मनाते हैं. पर्युषण के पांच कर्तव्य संवत्सरी, केशलोचन, प्रतिक्रमण, तपश्रर्या और आलोचना व क्षमायाचना हैं. यह पर्व इन्हीं कर्तव्यों की महत्ता को बताता है और इसपर चलना सिखाता है. मान्यता है कि, जैन धर्म के इन कर्तव्यों पर चलने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
पर्युषण पर्व पर आप अपने करीबी, दोस्तों और अपनों को इसकी शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो इन बधाई संदेशों के जरिए दे सकते हैं.
संसार है बहुत छोटा पर हर पग पर गलतियां हैं बहुत….
जाने- अनजाने हुई गलतियों से आपको अगर दुखी किया हो
तो क्षमा का विनम्र निवेदन करें… मिच्छामि दुक्कदम!!!
आत्मा को परमात्मा बनाने का,
राग पर विराग की विजय का तथा
अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने का महापर्व है
पैसे की हवस ने आज के आदमी को अंधा बना दिया है.
यह पर्व आदमी को सिखाता है कि जीवन में पैसा 'कुछ' हो सकता है,
'बहुत कुछ' भी हो सकता है लेकिन
'सब कुछ' नहीं हो सकता.
पर्युषण का आगमन है,
धर्म ध्यान की रुत है,
धर्म करो कर्म को तोड़ो,
यही संदेश दुनिया को दो,
“जीओ और जीने दो”
अहिंसा परमो धर्म
जय जिनेन्द्र
पर्युषण पुरुषार्थ का पर्व है
दुसरे पर्व भोग के पर्व हैं
यह त्याग का पर्व है
मन से, वचन से और काय से त्यागने का पर्व
सब मिलजुल कर इसे मनाएं
पर्युषण पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
ये पर्व हमारे मन की शुद्धता का
अहिंसा के मार्ग पर चलने का
राग द्वेष मिटाने का और
धर्म के मार्ग पर चलने का
जय जिनेन्द्र
पर्युषण पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं..
फूल कभी दो बार नहीं खिलता
जन्म कभी दो बार नहीं मिलता
यूं मिलाने को मिल जाते है जनम हजारों
मगर जैन धर्म बार-बार नहीं मिलता
पर्युषण पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
नवकार मेरी सांस है
जैन धर्म मेरा विश्वास है
गुरुदेव मेरे प्राण है
मोक्ष कि मुझे तलाश है
शुभ पर्युषण पर्व
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